बेटियों की सुरक्षा को कैंडल सभा

लूणापानी में मांडव्य कला मंच-आरके टिंबर इंडस्ट्री ने एकजुट होने का लिया संकल्प

नेरचौक – देश और प्रदेश में प्रतिदिन दरिंदगी एवं दुराचार की शिकार हो रही बेटियों और महिलाओं के लिए सख्त कानून व शीघ्रता से न्याय दिलवाने के लिए मांडव्य कला मंच और आरके टिंबर इंडस्ट्री द्वारा रविवार शाम लूणापानी के सरस्वती विद्या मंदिर प्रांगण में कैंडल सभा का आयोजन किया गया,  जिसमें गणमान्य लोगों के साथ स्थानीय महिलाओं, युवाओं और लोक कलाकारों ने भाग लिया। इस अवसर पर हिमाचल की गुडि़या, उन्नाव व हैदराबाद की बेटी और निर्भया जैसी दरिंदगी की शिकार होने वाली बेटियों महिलाओं के अतिरिक्त दिल्ली के भीषण अग्निकांड में मारे गए लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम के संयोजक संस्कृति कर्मी कुलदीप गुलेरिया और आरके टिंबर इंडस्ट्री के एमडी राजेश गुलेरिया ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि बेटियों पर दिन-प्रतिदिन दिल दहलाने वाली घटनाएं हो रही हैं, जिन पर गंभीर चिंतन व मनन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिंदू संस्कृति में बेटियों को देवी मानकर अनेक शुभ कार्यों में पूजा करते हैं, परंतु वहीं पर बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। अतः बेटियों की सुरक्षा के लिए हम सब एकजुट होकर संकल्प लें कि कम से कम अपने गांव और आसपास ऐसी घटनाओं को घटने से पहले ही रोकने की कोशिश करें और हमेशा सजग रहें। कैंडल सभा में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, समाज की सोच, दृष्टिकोण बदलने और ऐसे जघन्य कृत्यों को लगाम लगाने के साथ संस्कार युक्त समाज के निर्माण में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्वयंसेविका लतेश भार्गव ने शपथ दिलाई। कैंडल सभा में बीडीसी की चेयरमैन अंजना रावत, प्रधान ग्राम पंचायत मांडल जया देवी, मुख्याध्यापिका सरस्वती विद्या मंदिर प्रोमिला कुमारी, मांडव्य कला मंच के प्रधान मयंक गुलेरिया, मंच के पदाधिकारी, योगा प्रशिक्षक उमा गुलेरिया, महिला मंडल मांडल की सचिव व उनके पदाधिकारी, ओजस्विनी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।