भारत बॉन्ड ईटीएफ लांच

कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा दस साल के लिए किया जा सकेगा निवेश

नई दिल्ली-मोदी सरकार ने देश के पहले बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी कि केंद्रीय कैबिनेट ने भारत बॉन्ड ईटीएफ को मंजूरी दे दी है। इससे बॉन्ड मार्केट में रीटेल भागीदारी बढ़ेगी। इस बॉन्ड में कम से कम तीन और ज्यादा से ज्यादा दस साल के लिए निवेश किया जा सकेगा और निवेशकों को सरकार की ओर से पूरी गारंटी मिलेगी। भारत बॉन्ड को एडलवाइज ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी मैनेज करेगी। इस बॉन्ड को लेकर भारत सरकार और कई स्टेकहोल्डर्स के बीच करीब 2 साल से बातचीत हो रही थी। भारत बॉन्ड को मंजूरी की घोषणा करते वक्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने कहा कि यह पहला कारपोरेट बॉन्ड ईटीएफ होगा जो पीएसयू और सरकारी संस्थानों को अतिरिक्त पैसा मुहैया करवाएगा। भारत बॉन्ड क्लोज-एंडेड म्यूचुअल फंडों की तरह फिक्स्ड मैच्योरिटी वाला होगा और इसकी यूनिट्स शेयर बाजार में लिस्टिंग होगी। इस ईटीएफ में एएए-रेटेड फर्में शामिल होंगी। ईटीएफ की यूनिट वैल्यू अधिकतम 1,000 रुपए होगी। इस स्कीम में दो विकल्प होंगे। एक ऑप्शन की परिपक्वता अवधि (मैच्योरिटी पीरियड) तीन साल होगा और दूसरे का 10 साल। यानी एक 2023 में मैच्योर होगा और दूसरा 2030 में। इसमें सिर्फ ग्रोथ ऑप्शन मिलेगा, डिविडेंड ऑप्शन नहीं मिलेगा। डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक ऐसेट मैनेजमेंट (डीआईपीएएम) सेक्रेटरी ने बताया कि यह बॉन्ड दिसंबर में ही लांच हो जाएगा।