मंदी पर रघुराम राजन की मोदी सरकार को नसीहत, बोले- मान लेना चाहिए कि समस्या गंभीर

मंदी पर घिरी मोदी सरकार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने नसीहत दी. इंडिया टुडे में लिखे अपने राइट अप में रघुराम राजन ने कहा कि सरकार को मान लेना चाहिए कि समस्या गंभीर है.

उन्होंने लिखा है कि सरकारों को कोसना छोड़कर जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. उन्होंने अत्यधिक केंद्रीयकरण और प्रधानमंत्री कार्यालय के नियंत्रण पर भी चेतावनी दी. राजन ने राजनीति से प्रेरित होकर किसी भी तरह से समस्या की ब्रांडिंग को गलत बताया.

उन्होंने कहा कि अब यह विश्वास करने की परंपरा थमनी चाहिए कि समस्या अस्थायी है. राजन ने प्रधानमंत्री कार्यालय में अधिकारों के केंद्रीकरण पर कहा कि यह विजन का अभाव और ताकतवर मंत्रियों की गैर मौजूदगी दर्शाता है.

सरकार पर कसा तंज

रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने सरकार पर तंज भी किया. राजन ने कहा कि एक असंगठित सरकार आईटीएस को सशक्त कर जांच और निवेश एजेंसियों को बुलडोज कर रही है. क्या गाय को मूल्यवान की आलोचना होगी. उन्होंने दीर्घकालिक निवेश के लिए बिजनेस पर ध्यान देने की सलाह दी.

विरोधियों के भी निशाने पर सरकार

बता दें कि पिछले दिनों जीडीपी के आंकड़े आए थे. जीडीपी का अनुमान 5.8 फीसदी था, लेकिन जब आंकड़े आए तो यह 4.5 फीसदी ही रही. इसे लेकर सरकार विरोधियों के भी निशाने पर है. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार को दिशाहीन बताते हुए आलोचना की थी. चिदंबरम ने कहा था कि जीडीपी वास्तव में 1.5 फीसदी है.