महंगाई की मार…प्याज की बिक्री घटी

राजधानी की सब्जी मंडियों में अब रोजाना पहुंच रहे महज 30 बोरे, पहले 100 तक थी यह आवक

शिमला – राजधानी में प्याज के दामों में इन दिनों लगातार बढ़ोतरी ही देखी जा रही है। प्याज के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि शिमला की सब्जीमंडी में भी इन दिनों प्याज गायब सा हो गया है। प्याज के दामों में हुई वृद्धि ने आम लोगों का जायका बिगाड़ कर रख दिया है। आलम यह हो गया है कि आम लोगों की थाली से प्याज दूर होता जा रहा है। राजधानी में प्याज के दामों में आई बढ़ोतरी से आम जनता में आक्रोश है। आम जनता प्याज के दामों के बढ़ने पर सरकार को कोस रही है। वहीं शहर की सब्जीमंडी में इन दिनों प्याज कुछ एक दुकानों में ही देखने को मिल रहा है। प्याज आम जनता की पहुंच से बाहर हो गया है। अब आम लोगों ने भी धारना बना ली है कि वह प्याज के बिना ही खाना बनाएंगे। अधिकतर महिलाओं ने भी प्याज के दामों में बढ़ोतरी के कारण प्याज खरीदना ही छोड़ दिया है। ऐसे में जब प्याज की खरीददारी कम हो रही है तो सब्जी मंडियों में प्याज खराब हो रहा है। बहुत कम दुकानों में प्याज की दुकानें संजी है जहां सजी है वहां पर भी दुकानदार ग्राहकों का इतंजार कर रहे है। लोग बहुत कम संख्या में प्याज की खरीददारी कर रहें है। स्थानीय सब्जी मंडी से मिली जानकारी के अनुसार पहले रोजाना 100 कट्टे आते थे,यह आंकड़ा 30 से 40 तक सिमट कर रह गया है। ऐसे अब आम लोग सरकार को कोस रहें है कि आखिर क्यों प्याज के दामों में कमी नहीं की जा रही है। वहीं आम जनता का यह भी कहना है कि प्याज के बढ़ते दामों पर काबू पाने के लिए सरकार को जल्द कोई न कोई उचित कदम उठाना होगा जिससे आम लोगों को प्याज खरीददने में भी आसानी हो सब्जी मडियों में भी प्याज खराब होने से बचे। ग्राहकों का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से प्याज का कोई निर्धारित दाम नहीं तय किया गया है। सरकार की तरफ से निर्धारित दाम न होने के कारण प्याज व्यापारी एवं दुकानदार इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं और मनमाने ढंग से बढ़ी दर में प्याज बेच रहे हैं। राजधानी 100 से 120 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज बिक रहा है। लोगों ने राज्य प्रशासन से इसे नियंत्रित करने का अनुरोध किया है।

फसल खराब होने से झेलनी पड़ रही दिक्कत

शहर की लोकल सब्जी मंडी लोअर बाजार के अध्यक्ष विशेश्वर नाथ ने कहा कि प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य महाराष्ट्र है। अन्य राज्य भी इस पर निर्भर रहते हैं, लेकिन वहां फसल खराब हो गई है, इस कारण दाम बढ़ रहे हैं। कहा कि जब तक प्याज का भरपूर सीजन शुरू नहीं होता तब तक प्याज के दाम घटने मुश्किल हैं।