महीने में टोकन मनी से कमाए एक लाख

बिलासपुर – एचआरटीसी द्वारा ढाबों से वसूली जा रही टोकन मनी से बिलासपुर डिपो ने एक लाख रुपए कमा लिए हैं। निगम ने प्रदेश व प्रदेश से बाहर के अधिकृत ढाबों पर ब्रेकफास्ट, लंच व डिनर की टोकन मनी जुटाई है। ढाबों से डेली वसूली जा रही इस टोकन मनी की बाकायदा कंडक्टर अपनी मशीन से टिकट भी काटकर दे रहे हैं। बिलासपुर डिपो के आरएम पवन कुमार शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि निगम के अधिकृत ढाबों से डेली 3300 से 3400 रुपए की टोकन मनी वसूली गई है। बीते एक माह में निगम ने ढाबों से एक लाख रुपए से ज्यादा की टोकन मनी जुटा ली है। निगम ने जिला के एक ढाबे को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस ढाबे पर समय पहले विवाद हुआ था व इसकी शिकायत आने पर इसे ब्लैक लिस्ट करने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया था। इसके बाद अब इस ढाबे को ब्लैक लिस्ट कर इसके स्थान पर नए ढाबे को अधिकृत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक ढाबों से वसूली जा रही डेली टोकन में सभी संचालकों का सहयोग मिल रहा है। यदि कोई ढाबा संचालक टोकन मनी देने में आनाकानी करेगा तो उस पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आरएम पवन ने बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की साधारण बसें जब हिमाचल के अधिकृत ढाबों में लंच व डिनर करने रुकेंगी तो उस ढाबे से कंडक्टर 60 रुपए टोकन मनी के वसूले कर रहे हैं, जबकि प्रदेश के बाहर के ढाबों पर खाने की टोकन मनी 100 रुपए निर्धारित की गई है। वहीं, वोल्वो यदि प्रदेश के किसी अधिकृत ढाबे पर लंच या डिनर करने रुकती है तो ढोबे से 100 रुपए व बाहरी राज्य के ढाबों से परिचालक 200 रुपए टोकन मनी के वसूल कर रहा है। इसके अलावा ब्रेकफास्ट की टोकन मनी हिमाचल में 30 व 60 रुपए बाहरी राज्यों के लिए निर्धारित की गई है।

पहले टोकनी मनी जमा करवाने में गड़बड़ी         

आरएम बिलासपुर पवन शर्मा ने बताया कि इससे पहले निगम के अधिकृत ढाबों के संचालक महीना पूरा होने के बाद विभाग के पास टोकन मनी जमा करवाते थे। इस दौरान कई ढाबा संचालक गड़बड़ी भी कर देते थे। इसमें कई ढाबा संचालकों द्वारा टोकन मनी की कम राशि जमा करवाते हुए तर्क दिया जाता था कि निगम की बसें महीने में कुछ ही दिन ढाबे पर खाना खाने रुकीं। बहरहाल अब ऐसा नहीं हो रहा है, परिचालक द्वारा रोजाना टोकन मनी लेने से गड़बड़ी की गुंजाइश न के बराबर हो गई है।