बिलासपुर में आईटीबीपी जवान का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
सिरमौर में सीआरपीएफ का सिपाही सुपुर्द-ए-खाक
असम में हुई थी अजमल खान की मौत, बेटे की अंतिम यात्रा पर रोया पूरा गांव
पांवटा साहिब-असम के डोबरी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई सीआरपीएफ जवान अजमल खान की मौत के बाद शुक्रवार सुबह जवान का शव उनके पैतृक गांव टोका पहुंचा। उनकी पार्थिक देह गांव में पहुंचते ही पूरा गांव रो उठा। चीखों-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा। दोपहर बाद जुम्मे की नमाज के बाद दिवंगत जवान अजमल खान के शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे अर्द्धसैनिक बल का वाहन पांवटा साहिब पहुंचा। शव को करीब 11 बजे पैतृक गांव टोका पहुंचाया गया। दिवंगत जवान के भाई शमशाद अली काशमी ने बताया था कि कमांडेंट ने फोन पर उन्हें बताया था कि जवान के पास कोई सुसाइड नोट आदि नहीं मिला है, जिससे उसे शहीद का दर्जा दिया जाएगा, लेकिन शव के साथ आए असिस्टेंट कमांडेंट ने कहा कि जवान ने सुसाइड किया है। परिजनों ने विधायक सुखराम चौधरी और पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग की मौजूदगी में मौत का सही कारण जानना चाहा। इस दौारन परिजन न्याय की मांग करने लगे, जिस कारण अंतिम संस्कार की प्रक्रिया करीब एक घंटे तक रुकी रही। उसके बाद गुवाहाटी से दिवंगत जवान के साथ आए एसआई चरनजीत सिंह ने हैडक्वार्टर बात की और परिजनों को बताया कि जवान की मौत गोली लगने से हुई है, जिसकी असम पुलिस और सीआरपीएफ जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने पर परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद परिजनों ने दिवंगत जवान के शव को खाक-ए-सुपुर्द कर दिया।