वेंडर मुद्दे पर निगम में हंगामा

चंडीगढ़ –चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से शहर में स्रोत स्थल से गीले और सूखे कूड़े को एकत्र करने को लेकर शहर के डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टरों के साथ हुए समझौते पर निगम हॉउस की आखिरी मुहर लगाने को लेकर आज बैठक बुलाई गई। विशेष मीटिंग में निगम काउंसलर मुद्दे से भटक कर बाईट दिनों निगम की और से वेंडर एक्ट अधीन शिफ्ट किए गए। वेंडरों के हक्क मशीन शोर शराबा करते रहे और अपने इस वोट बैंक की चिंता करते हुए निगम में खूब हंगामा किया। गारबेज कलेक्टर के साथ एमओयू की शर्तें तय करने के लिए नगर निगम की तरफ  से यह विशेष बैठक बुलाई गई थी, परंतु पार्षदों ने इस विशेष बैठक में एमओयू को परे रखकर वेंडर्स राग अलापना शुरू कर दियाद्यइस दौरान राजेश कालिया ने बार-बार कहा कि यह विशेष बैठक गार्बेज कलेक्टर के साथ एमओयू को लेकर हो रही है, न कि वेंडर्स को लेकर। लेकिन पार्षद वेंडर्स का मुद्दा छोड़ने को तैयार नहीं दिखे और बैठक के अंत तक वेंडर्स मुद्दे पर भटकते रहे। बैठक में वेंडर्स को उनके पुराने स्थानों से हटाने का मामला खूब गरमाया रहा। पार्षदों ने वेंडर्स को हटाने के खिलाफ रोष जाहिर किया। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों के बीच हंगामा भी देखा गया। इस बीच एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए गए। भाजपा पार्षद अनिल दुबे ने कहा कि उनके मौलीजागरां में बैठे वेंडर्स को आईटी पार्क में शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसे में अब मौलीजागरां में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में भाजपा पार्षद हीरा नेगी ने कहा कि वेंडर्स को काफी दूर-दूर जगह शिफ्ट किया गया है। जिस कारण वेंडर्स के साथ-साथ लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं कांग्रेस पार्षद सतीश कैंथ ने मेयर के सामने आकर अपना रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सेक्टर 56 की साइट जो तय की गई थी वह कैंसिल कर दी गई है।