शिक्षा, स्वास्थ्य में हिमाचल अव्वल

सीएम जयराम ठाकुर बोले; सर्वे में बड़े राज्यों में शुमार हुआ प्रदेश का नाम, पायी कामयाबी

शिमला-मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रदेश की जनता के सहयोग से ही संभव हुआ है कि प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे के सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश को बड़े राज्यों की श्रेणी में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रथम आंका गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश को सभी क्षेत्रों में सबसे अच्छे प्रदर्शन के लिए दूसरा स्थान मिला है। देशव्यापी सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश ने सातवें स्थान से इस वर्ष दूसरा स्थान हासिल कर अपनी रैंकिंग में सुधार कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों की गुणवत्ता में प्रदेश के प्रयासों से इस पहाड़ी राज्य ने सभी बाधाओं को दूर करने में सफलता पाई है। जयराम ठाकुर ने कहा कि केरल के बाद हिमाचल प्रदेश की शिक्षा दर दूसरे स्थान पर है। वर्तमान में प्रदेश में 15556 सरकारी और 3252 निजी शिक्षण संस्थान हैं। इसके अतिरिक्त 139 डिग्री कालेज, पांच विश्वविद्यालय, एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, छह मेडिकल कालेज, एक आईआईटी, जबकि एम्स की स्थापना भी की जा रही है। राज्य सरकार ने हिमकेयर योजना शुरू की है, जिसके तहत सभी पात्र परिवारों को पंजीकृत अस्पतालों के माध्यम से पांच लाख रुपए तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। अब तक 43000 मरीजों के इलाज पर 42 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना प्रभावी ढंग से कार्यान्वित की गई है और अब तक इस योजना के तहत 35000 मरीजों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने पर 33 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। प्रदेश में मुख्यमंत्री चिकित्सा कोष की स्थापना भी की है, जिसके तहत 192 लाभार्थियों को चार करोड़ रुपए से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

कानून-व्यवस्था में चौथा स्थान

कानून और व्यवस्था के मामले में प्रदेश पिछले वर्ष 11वें स्थान पर था और इस वर्ष चौथा स्थान प्राप्त कर बड़े राज्यों में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने बड़े राज्यों की श्रेणी में आर्थिकी में भी उल्लेखनीय प्रगति की है और 13वें स्थान से चौथे स्थान पर पहुंचा है। राज्य में साक्षरता और स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम हाल के वर्षों में उत्साहजनक रहे हैं।