शीतकालीन सत्र से पहले संगठन लामबंद

मांगों को लेकर तपोवन में सरकार को घेरने की तैयारी, बैठकों का दौर शुरू      

धर्मशाला –विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले प्रदेश की दूसरी राजधानी में अपनी मांगों को लेकर संगठन लामबंद होने लगे हैं। अनशन, चक्का जाम और विरोध-प्रदर्शन से लेकर अलग-अलग माध्यमों से दबाव बनाने के लिए बैठकों और ज्ञापन सौंपने का क्रम जारी हो गया है। ऐसे में विस सत्र से पहले प्रदेश सरकार व प्रशासन ने इस संगठनों से चर्चा  नहीं की, तो सत्र के दौरान झंडे डंडे व तखतियां लेकर यह संगठन सड़कों पर उतर कर विरोध में नारे लगाएंगे।  विस शीतकालीन सत्र के लिए जहां सरकार व प्रशासन तैयारियों में जुटे हैं, वहीं अपने अपने एजेंड को लेकर अलग अलग संगठन भी सरकार पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन की तैयारी में हैं। यह संगठन विस सत्र के दौरान अपना विरोध दर्ज करने को भी चेतावनी दे रहे हैं। प्रदेश विकलांग संघ धर्मशाला में उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठ गया है। छात्र संगठन एबीवीपी ने भी दसवीं व जमा दो कंपार्टमेंट छात्रों से कई गुणा अधिक फीस वसूलने के विरोध में शिक्षा बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उधर, स्मार्ट सिटी में नगर निगम की डंपिंग साइट जिसका हल कई वर्षों बाद भी नहीं निकल पाया है, उस साइट को बंद करने के लिए शहर के साथ सटे सुधेड़ के ग्रामीण लामबंद होने लगे हैंं। इसके अलावा न्यू पेंशन स्कीम सहित अन्य संगठन भी अपनी अपनी मांगों को लेकर बैठकें कर रहे हैं। जिससे सरकार व प्रशासन पर दबाव बनाकर अपनी समस्याओं का समाधान किया जा सके। उधर देखना यह होगा कि सरकार इन संगठनों की मांगों को सत्र से निपटाकर माहौल को अपने पक्ष में कर लेती है कि विपक्षी दल कांग्रेस को इन संगठनों के साथ खड़ा होने का मौका देती है।