सफेद निशान से डरा कोटली बाजार

कोटली – जालंधर-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-70 को लेकर इन दिनों चली हुई निशानदेही ने कोटली क्षेत्र के लोगों के होश उड़ा दिए हैं। निशानदेही के चलते कोटली बाजार के दुकानदारों व स्थानीय लोगों में तो दहशत का माहौल बना हुआ है। कोटली बाजार की हर दुकान के अंदर और बाहर राजस्व विभाग द्वारा लगाए गए सफेद निशान ने तो व्यापारियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। पिछले कई दिनों से कोटली बाजार में चली हुई निशानदेही गुरुवार को समाप्त हो गई है, जिसके बाद 300 के दुकान व भवनों पर सफेद निशान लगाए गए हैं। कई दुकानों के बाहर यह निशान लगाए गए हैं तो कई दुकानों के अंदर जाकर निशान लगाए गए हैं, जिससे लोगों के होश उडे़ हुए हैं और लोगों को अपनी रोजी रोटी छिनती हुई नजर आ रही है। हालांकि अभी तक लोगों को निशान लगाने को लेकर पूरी बात भी पता नहीं चल सकी है, जिससे हर कोई अपने-अपने कयास लगा रहा है, लेकिन लगाए गए निशानों की वजह से कोटली बाजार में एनएच निकालने को लेकर विरोध होना शुरू हो  गया है। बता दें कि राष्ट्रीय मार्ग 70 के निर्माण के लिए अब मार्किंग करवाई जा रही है, जिससे कोटलीवासी और कोटली के दुकानदारों में खौफ का माहौल बना हुआ है। एनएच-70  का ऑनलाइन रोडमैप रेवेन्यू विभाग के हाथों द्वारा बनाया गए मैप से बिलकुल भी मेल नहीं खा रहा, जिसकी वजह से कोटली के सैकड़ों दुकानदार बेरोजगार होने के कगार पर हैं, जबकि इलाका तुंगल में पहले ही बेरोजगारी चरम सीमा पर है। लोगों ने बैंकों से लोन लेकर दुकानें बनाई हैं। दुकानदारों का कहना है कि अगर लगाए गए निशानों के  अनुसार ही एनएच निकाला  जाता है तो कोटली बाजार तो पूरी तरह से उजड़ जाएगा और सैकड़ों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।  इसलिए एनएच को बाजार से न निकाला जाए या फिर यथा स्थिति ही बाजार के हिस्से में बहाली  रखी जाए।  लोगों का कहना है कि नए बस स्टैंड से बलाहर तक सुरंग के माध्यम से भी एनएच को निकाला जा सकता है। लोगों का कहना है कि अगर सरकार कदम नहीं उठाती है तो आने वाले समय में तुंगल चुनावों का बहिष्कार करेगा।

आज होगी लोगों की आपात बैठक

एनएच के निशान लगने के बाद खौफ में आए दुकानदार व स्थानीय लोग शुक्रवार को कोटली बाजार में बैठक कर रणनीति बनाएंगे। हिमाचल बचाओ संघर्ष मोर्चा ने भी लोगों के आंदोलन में साथ देने की बात कही है। लोगों का कहना है कि कोटली बाजार को उजड़ने नहीं दिया जाएगा।