सुस्ती से शेयर बाजार धड़ाम

मुंबई –चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आर्थिक विकास के गिरकर छह वर्ष के निचले स्तर पर पहुंचने के साथ ही रिजर्व बैंक द्वारा विकास अनुमान को कम कर 5.0 प्रतिशत करने और उम्मीद के अनुरूप नीतिगत दरों में कटौती नहीं किए जाने के कारण निराशा निवेशकों की मुनाफा वसूली से पिछले सप्हा शेयर बाजार गिरावट में रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 348.66 अंक गिरकर 40445.15 अंक पर आ गया। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 134.55 अंक गिरकर 11921.50 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली कंपनियों में बिकवाली का अधिक दबाव दिखा, जहां बीएसई का मिडकैप समीक्षाधील अवधि में 417.49 अंक उतरकर 14667.37 अंक पर रहा। इस दौरान बीएसई स्मॉलकैप 105.34 अंक उतरकर 13455.23 अंक पर रहा। विश्लेषकों का कहना कि अगले सप्ताह भी बाजार का दबाव दिख सकता है, लेकिन जिस तरह की गिरावट इस सप्ताह देखी गई है, वैसी गिरावट होने की आशंका अब कम है। हालांकि रिजर्व बैंक के चालू वित्त वर्ष में विकास अनुमान को 6.1 प्रतिशत से कम करके 5.0 प्रतिशत करने का दबाव दिख सकता है।