स्कूल वर्दी की सिर्फ एक शिकायत

गुणवत्ता पर उठाए विपक्ष के सवाल पर शिक्षा मंत्री का जवाब, कांग्रेस के टाइम में फेल हुए थे सैंपल

धर्मशाला      – स्कूली बच्चों की वर्दी की गुणवत्ता को लेकर उठ रहे सवालों पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने वर्दी आबंटन और गुणवत्ता के आंकड़े सदन में पेश करते हुए सरकार का दामन साफ बताया, जबकि कांग्रेस का दामन दागदार बताया। उन्होंने कहा कि वर्दी की गुणवत्ता को लेकर जो सवाल उठाए जा रहे हैं, वे पूर्ण रूप से निराधार हैं। शिक्षा विभाग को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प के माध्यम से प्रदेश भर से सिर्फ एक शिकायत आई है, जिस पर प्रायोगिक और अधिकारिक रूप से कार्रवाई की जा रही है। सरकार किसी भी सूरत में वर्दी की गुणवत्ता से समझौता नहीं करेगी। इसके लिए सरकार ने 15 हजार वर्दियां रैंडम सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही मास्टर सैंपल से रंग भिन्नता की वजह से वापस करवा दी हैं। शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए पहली से जमा दो कक्षा के आठ लाख 30 हजार बच्चों को दो-दो जोड़े वर्दी बांटी गई है, जिसमें सरकार ने 57.89 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। 676 वर्दियों के सैंपल लिए थे। सैंपल की जांच श्रीराम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडस्ट्री रिसर्च की लैब में हुई। इसमें 675 सैंपल सही पाए गए हैं। मात्र एक सैंपल की रिपोर्ट अभी तक आनी है। कांग्रेस कार्यकाल में वर्ष 2013-14 के दौरान 25 व 2014-15 के दौरान 125 सैंपल फेल हुए थे। पूर्व सरकार ने वर्दी आबंटन में नियमों का प्रावधान नहीं किया था और सैंपल रिपोर्ट आने से पूर्व ही वर्दियां बांटी जाती थी। इसके चलते सैंपल फेल होने के बावजूद कांग्रेस लगभग छह करोड़ रुपए की रिकवरी तक नहीं कर पाई थी।