05 दिन शेष…नामों पर चर्चा 16 को

By: Dec 12th, 2019 12:22 am

17 को बचत भवन में होगी पार्षदों की बैठक, बदल जाएगी मिनी सरकार की सरदारी

शिमला-मिनी सरकार यानी नगर निगम की सरदारी अगले पांच दिन बाद बदल जाएगी। वर्तमान महापौर कुसुम सदरेट और उपमहापौर राकेश शर्मा का अढ़ाई साल का कार्यकाल 18 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है। ऐसे में 17 दिसंबर को होने वाली पार्षदों की अहम बैठक में महापौर और उपमहापौर के नाम पर मुहर लगेगी। उससे पहले 16 दिसंबर को भाजपा ने पार्टी मुख्यालय दीपकमल में बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और संगठन मंत्री पवन राणा सहित सभी पार्षद मौजूद रहेंगे, जिसमें सर्वसम्मति से महापौर और उपमहापौर के नाम पर फैसला होना है। महापौर पद के लिए उपमहापौर राकेश शर्मा के साथ चार भाजपा महिला पार्षदों ने दावेदारी ठोंक दी है। हालांकि महापौर और उपमहापौर का फैसला सरकार और संगठन की सहमति के बाद ही होना है, लेकिन कुर्सी की आस में कई पार्षद सरकार के द्वार दस्तक दे चुके हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहरी विकास विभाग ने नगर निगम की आपात बैठक 17 दिसंबर को बुलाई है। यह पहली बैठक होगी, जिसमें कोरम पूरा होने के बाद ही महापौर और उपमहापौर की नियुक्ति होगी, मगर किसी कारणवश कोरम पूरा नहीं हाता है तो दूसरी बैठक 18 दिसंबर को होगी, जिसमें कोरम पूरा होना या न होना कोई शर्त नहीं रहेगी। यानी 18 दिसंबर को वोटिंग के माध्यम से दोनों पदों को चुन लिया जाएगा। भाजपा सूत्रों के मुताबिक महापौर पद के लिए वर्तमान महापौर कुसुम सदरेट, पार्षद संजीव ठाकुर, शैलेंद्र चौहान, उपमहापौर राकेश शर्मा, पार्षद मीरा शर्मा, सत्या कौंडल सहित एक अन्य महिला पार्षद दौड़ में हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक धर्मशाला में 14 दिसंबर तक चलने वाले विधानसभा शीत सत्र के बाद ही पार्षदों की बैठक बुलाई है। हालांकि 18 दिसंबर को महापौर और उपमहापौर का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, लेकिन भाजपा पार्षदों ने भीतरखाते लॉबिंग भी शुरू कर दी है। नगर निगम में 34 में से 23 पार्षदों वाली भाजपा में कुर्सी की जंग इस कद्र है कि हर कोई कुर्सी की आस लगाए बैठा है। भाजपा समर्थित 23 में से 17 पार्षदों को कुर्सी की आस जगी है। मात्र छह ऐसे पार्षद हैं जिन्हें महापौर और उपमहापौर की कुर्सी की लालच नहीं है। नगर निगम के इस अढ़ाई साल के कार्यकाल में महापौर और उपमहापौर दोनों के पद पर सामान्य वर्ग के पार्षद को ही जिम्मेदारी मिलनी है।

शिक्षा मंत्री से तार जोड़ चुके हैं कई दावेदार

भाजपा के कुछ पार्षद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज के साथ समन्वय बनाने लगे हैं। भले ही नगर निगम में भाजपा पार्षदों की संख्या अधिक है, मगर हॉट कुर्सी के लिए अंदर खाते जंग शुरू हो चुकी है। ऐसे में अब 18 दिसंबर से पहले नगर निगम शिमला को नए महापौर और उपमहापौर मिल जाएंगे, जबकि उपमहापौर के लिए पार्षद आरती चौहान सहित चार अन्य पार्षदों में जंग शुरू हो चुकी है। बताया गया कि किसी भी पद के लिए दावेदारी अधिक होने की स्थिति में वोटिंग की भी नौबत आ सकती है।

भाजपा की गुटबाजी पर कांग्रेस की नजर

नगर निगम शिमला में भले ही भाजपा बहुमत में हो, मगर गुटबाजी का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस के पार्षदों ने निगाहें दौड़ाए रखी हैं। इस समय भाजपा के पास 23, कांग्रेस 10 और एक सीट माकपा समर्थक है। संभावनाएं ये हैं कि भाजपा ऐसा होने नहीं देगी। जिस तरह से भाजपा पार्षदों में कुर्सी की जंग छिड़ चुकी है, इससे साफ जाहिर है कि गुटबाजी भी हावी हो सकती है। वहीं, दूसरी तरफ संगठन की 16 दिसंबर को होने वाली बैठक में महापौर और उप महापौर के पद की चर्चा होने के बाद सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।


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