अपेक्षा पूरी न होने पर मूड ऑफ न करें

By: Jan 21st, 2020 12:03 am

‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी का छात्रों को गुरुमंत्र

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तालकटोरा स्टेडियम में ‘परीक्षा पे चर्चा 2020’ कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपका दोस्त, साथी और मददगार बनकर ये कार्यक्रम कर रहा हूं। मैं यहां बिलकुल वैसे बात करूंगा जैसे आप अपने दोस्त से बात करते हैं। आपकी मेरी और बातचीत की ‘हैशटैग विदाउट फिल्टर’ के तौर पर बातचीत करेंगे। वहीं कार्यक्रम में सवाल-जवाब का सेशन शुरू हुआ, जिसमें पीएम मोदी से राजस्थान की एक स्टूडेंट यश श्री ने पहला सवाल किया। उन्होंने पूछा कि बोर्ड परीक्षा के दौरान मूड ऑफ हो जाता है। कैसे मैं खुद को प्रेरित करूं? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि मूड ऑफ अधिकतर ऐसा बाहर की परिस्थितियों की वजह से होता है। दूसरी ओर गलत सोचने की वजह से आपको मूड ऑफ होना लाजिमी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि आपने अपनी मां से चाय से छह बजे चाय मांगी और उन्हें चाय लाने में देर हो जाती है तो आप मन में सोचेंगे कि आपकी मां को शायद आपकी परवाह नहीं है। उन्हें नहीं पता कि मेरी बोर्ड परीक्षा है। ऐसा सोच लेने से आपका मूड खराब हो सकता है। वहीं दूसरी ओर अगर आप सोच लें मां अभी तक नहीं आई है, शायद वह किसी काम में व्यस्त होंगी, मां को कुछ हुआ तो नहीं। अगर आप  ऐसा सोचेंगे तो आपका मूड ऑफ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मूड ऑफ इसलिए होता है, क्योंकि आपने अपेक्षा को अपने साथ जोड़ लिया है। हर व्यक्ति को मोटिवेशन या डिमोटिवेशन से गुजरना पड़ता है। उन्होंने चद्रयान 2 का उदाहरण भी दिया और कहा कि पूरा देश उम्मीद लगाए बैठा था। चंद्रयान 2 के विफल होने पर हर देशवासी का मूड ऑफ हो गया था। उन्होंने कहा कि जैसे पूरे देश को चंद्रयान की असफलता से निराश हुआ था, मैं भी चंद्रयान फेल होने के बाद चैन से सो नहीं पाया था। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे कहने का मतलब ये है कि हम सभी विफलताओं में सफलता हासिल कर सकते हैं।


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