अमरीका में शोध करेंगे शूलिनी के छात्र

By: Jan 17th, 2020 12:01 am

अनुसंधान और शैक्षणिक सहयोग के लिए ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी के साथ समझौता

सोलन – अमरीका की एक प्रमुख सार्वजनिक रिसर्च यूनिवर्सिटी ह्यूस्टन ने रिसर्च एवं एकेडमिक (अनुसंधान और शैक्षणिक) साझेदारी में सहयोग के लिए शूलिनी यूनिवर्सिटी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। लगभग एक शताब्दी पुरानी ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी, जिसे अमरीका के सर्वश्रेष्ठ कालेजों में रैंक किया जाता है, अवॉर्ड विजेता फैकेल्टीज का प्रमुख सेंटर है, इनोवेटिव रिसर्च सेंटर्स रखती है। अमरीका में सबसे विविधतापूर्ण स्टूडेंट्स पापुलेशन का एक प्रमुख सेंटर है। यूनिवर्सिटी के पूर्व स्टूडेंट्स आज कई सेक्टर्ज में वैश्विक तौर पर प्रमुख भूमिकाएं निभा रहे हैं। डा. जिवेन हे प्रोफेसर एवं चेयरमैन डिपार्टमेंट ऑफ मैथेमेटिक्स यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी और डा. दिनेश सिंह डिस्टंगुएशड प्रोफेसर शूलिनी यूनिवर्सिटी द्वारा हस्ताक्षर किए गए समझौते के अनुसार ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी के मैथेमेटिक्स डिपार्टमेंट द्वारा शूलिनी यूनिवर्सिटी के पांच ग्रेजुएट्स को हर साल अपने ग्रेजुएट पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन देने की पेशकश की गई है। शूलिनी यूनिवर्सिटी द्वारा अनुशंसित स्टूडेंट्स के मूल्यांकन और अस्थायी रूप से ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा एक वर्ष पहले अनुमोदित किया जाएगा। वे एक साल के लिए यूनिवर्सिटी के सोलन कैंपस में स्टडी करेंगे और उसके बाद अगले साल ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी के टेक्सास कैंपस में अपने प्रोग्राम को पूरा करेंगे। चुने गए स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के नियमों के अनुसार पहले वर्ष के लिए एक स्टाइपंड और बाद में फैलोशिप के हकदार होंगे। शूलिनी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. पीके खोसला ने कहा कि यह संबंधित स्टूडेंट्स को सुनहरे अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी, जिसके पास पहले से ही दुनिया भर के 200 से अधिक यूनिवर्सिटियों के साथ टाइअप है, ने अपने स्टूडेंट्स के लिए और अधिक रास्ते खोलने के लिए यह महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर डा. दिनेश सिंह, जो ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी में एक असिस्टेंट फैकेल्टी भी हैं, ने कहा कि इस सहयोग से शूलिनी यूनिवर्सिटी से चुने गए स्टूडेंट्स को काफी लाभ होगा और उनके लिए उज्ज्वल संभावनाएं खुलेंगी। उन्होंने कहा कि शूलिनी के छात्रों के लिए अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए बिना किसी वित्तीय लागत पर पूरा लाभ उठाने का यह एक अनूठा अवसर है। यह शूलिनी यूनिवर्सिटी के स्थापित मूल्यों के लिए एक बड़ी मान्यता है।


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