आज फिर बारिश और बर्फबारी को रहें तैयार

राजधानी में मौसम के फिर बदले मिजाज, ठंड का प्रकोप बढ़ा

शिमला –जिला शिमला में मौसम के मिजाज फिर से बदल गए हैं। सोमवार को आसमान में काले बादलों के घिरने के चलते हिल्सक्वीन एक बार फिर से शीतलहर की चपेट में दिखी। हालांकि जिला में बीते रविवार दिन भर चटक धूप खिली रही। धूप के खिलने से अधिकतम तापमान में उछाल रिकॉर्ड किया गया था, मगर आसमान में फिर से काले बादलों के घिरने से तापमान में गिरावट आई है, जिससे समूचे जिला में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। शिमला में सुबह से ही आसमान में काले बादल घिरने शुरू हो गए थे। वहीं, बादलों के घिरने के साथ ठंडी हवा भी चली, जिससे शिमला में लोगों को सुबह के समय कडाके की ठंड का सामना करना पड़ा। अधिकतम तापमान में उछाल आने के बाद शिमला में लोगों ने भले ही ठंड से कुछ हद तक की राहत ली हो, मगर जिला में न्यूनतम तापमान जमाब बिंदू से नीचे चलने पर लोगों को कडाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। ऊपरी शिमला के कुफरी, नारकंडा, खडापत्थर, चौपाल के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान माइनस डिग्री में चल रहा है, जिसके चलते जिला के अधिकतर क्षेत्रों में सुबह व शाम के समय लोगों को कडाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। मौसम में करवट आने के बाद जिला में लोग ठंड से राहत की उम्मीदें लगा रहे थे, मगर फिर से बादलों के घिरने से लोगों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि शिमला में 11ः30 बजे के करीब धूप खिली। धूप खिलने से लोगों को ठंड से राहत लेते हुए देखा गया। जिला शिमला के अनेक स्थानों पर आज बारिश बर्फबारी होगी। मौसम विभाग ने जिला के अधिकतर स्थानों पर बारिश बर्फबारी होने की संभावना जताई है। 22 जनवरी को भी एक दो स्थानों पर बारिश बर्फबारी होगी, जबकि मौसम विभाग द्वारा 23 जनवरी से शिमला में धूप खिलने की संभावना जताई जा रही है।

जनता के लिए परेशानी बन गया है मौसम

जिला शिमला में बीते दिनों से रुक-रुक कर बारिश बर्फबारी हो रही है। खासतौर पर ऊपरी शिमला में लगातार हो रही बर्फबारी से जनता को ज्यादा परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। ऊपरी शिमला में अभी भी कई मार्गों पर सफर करना लोगों के लिए जोखिम भरा बना हुआ है।

जिला में सामान्य से कम चल रहा तापमान

जिला शिमला में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से कम चल रहा है। हालांकि बीते रोज धूप खिलने से अधिकतम व न्यूनतम तापमान में उछाल आया है, इसके बाबजूद अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रिकॉर्ड किया जा रहा है।