एलआईसी ने बेची साढ़े 23 लाख पॉलिसियां

चंडीगढ़   – भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रबंधक निदेशक मुकेश कुमार गुप्ता  ने बताया कि निगम द्वारा 15 जनवरी, 2020 तक एक करोड़ 64 लाख से अधिक पॉलिसियों की बिक्री से 40111.38 करोड़ प्रथम प्रीमियम आय अर्जित की गई।् इसमें उत्तर क्षेत्र द्वारा 23 लाख 51 हजार पॉलिसियों की बिक्री कर 52626 करोड़ की प्रथम वर्षीय प्रीमियम आय अर्जित की गई। मुकेश गुप्ता अपने चंडीगढ़ दौरे के दौरान यहां एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान संबोधन कर रहे थे।उन्होंने आगे बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम का दिसंबर 2019 तक बीमा क्षेत्र के अंतर्गत मार्केट शेयर पॉलिसी संख्या पर 75.64 फीसदी एवं प्रथम वर्षीय प्रीमियम आय  के आधार पर 70.52 फीसदी रहा। अखिल भारतीय स्तर पर एलआईसी द्वारा पॉलिसी संख्या पर वृद्धि दर 18.14 फीसदी एवं प्रथम वर्षीय प्रीमियम आय  के आधार पर वृद्धि दर 13.22 फीसदी रहीप्  उनहे बताया की अखिल भारतीय स्तर पर एलआईसी द्वारा  114114 नए एजेंट्स की भर्ती की गईए इसमें उत्तर क्षेत्र द्वारा नियुक्त एजेंट्स की संख्या 19680 है, जिसमें 12997  मिलेनिअल् एजेंट्स हैं ;जोकि उत्तर क्षेत्र द्वारा नियुक्त एजेंट्स की संख्या का 66.04 फीसदी हैए जिन्हें इस प्रकार से प्रशिक्षित किया गया की वे व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर बीमा विक्त्रय कर सकें एवम  ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान कर सकें। इन मिलेनिअल् एजेंट्स का उत्तर क्षेत्र के नव व्यवसाय में योगदान 40.92 फीसदी है।  उत्तर क्षेत्र के पास 172972 अभिकर्ताओं की एक विशाल विक्त्रय वाहिनी हैं जोकि पूरे क्षेत्र में जीवन बीमा विक्त्रय का कार्य करती है प् एलआईसी उत्तर क्षेत्र ने  विपणन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विगत माह  706 प्रशिक्षु विकास अधिकारी नियुक्त किये हैं जोकि नए एजेंट्स नियुक्त कर हमारी कुल विक्त्रय वाहिनी ;अभिकर्ताओंद्ध की संख्या में वृद्धि करेंगें। बीमा उद्योग में एल ण्आई ण्सी के दावा निस्तारण की स्थिति श्रेष्ठ हैण् निगम के द्वारा इस वर्ष लगभग 1 करोड़ 29 लाख दावों  के तहत लगभग रू 67877.40 करोड़ का भुगतान किया गया ।उत्तर क्षेत्र के द्वारा 20.05 लाख  दावों के तहत 10759.85 करोड़ राशि का भुगतान किया गया प्  उन्होंने आगे बताया कि 100 फीसदी दावों का भुगतान के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से हम पॉलिसी धारकों से नेफ्ट मैंडेट अग्रिम में ही मंगवा रहें हैंण् ताकि दावों का भुगतान देय तिथि पर किया जा सके। बीमाधारकों के अनुभवों के आधार पर एलआईसी अपनी सेवाओं में निरन्तर सुधार कर रही है।