कचोटधार में नई पंचायत बनाने को बुलंद की आवाज

पद्धर – उपमंडल पद्धर के ग्रांम पंचायत कुन्नू के कचोटधार, गुमहारड़ा, सरी और गरलोग वार्डों के ग्रामीणों ने पंचायत अलग बनाने को लेकर कचोटधार में मजदूर नेता खुशाल चंद की अध्यक्षता में एक सयुंक्त बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें चार वार्डों के लगभग दो सौ लोगों ने भाग लिया। लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है की भौगोलिक दृष्टि से कचोटधार में नई पंचायत का गठन होना बहुत जरूरी है। लोगों ने बताया कि हमने पंचायत के माध्यम से बीडियो कार्यालय में सभी दस्तावेज जमा करवाए थे, लेकिन नई पंचायत बनने को लेकर हमारे गांव का नाम नहीं आया। लोगों ने मांग की है कि कचोटधार, गरलोग, गुमहारड़ा, सरी में नई पंचायत बनना अनिवार्य है। पंचायत संघर्ष समिति कचोटधार, गुमहारड़ा, गरलोग और सरी के प्रधान नारायन सिंह ने बताया कि उनकी पंचायत का अलग होना बहुत जरूरी था, वहीं भौगोलिक और अति दुर्गम क्षेत्र होने से अलग पंचायत  का निर्माण बहुत जरूरी है। नारायण सिंह ने बताया कि हम सरकार के उस फैसले का स्वागत करते है जो सरकार ने अलग पंचायत बनाने का लिया है, लेकिन उसमें भौगोलिक स्थित को देखकर ही अलग पंचायत बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि कुन्नू पंचायत का एक हिस्सा बथेरी पंचायत से लगता है, जो की पंचायत कार्यालय कुन्नू से 20 किलोमीटर दूर है,  जिस गांव का नाम वगवात है, वहां तक न तो सड़क पहुंच सकी और न ही पंचायत के माध्यम से रास्तों का निर्माण हो सका। वहीं, बीमार व्यक्ति को भी पालकी का सहारा लेना पड़ता है। संघर्ष समिति ने कहा कि अगर हमारी पंचायत अलग नहीं बनती है तो हम आने वाले पंचायत चुनाव, विधानसभा और लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे । वहीं, पूर्व सैनिक मान सिंह ने बताया कि आजादी के बाद हम पंचायत के चक्कर में ही पिस्ते आए हैं और हमारे गांव में कोई भी ऐसा विकास नहीं हुआ है, जिससे हमें सुविधा मिल सके। वहीं सड़के मुख्य गांव तक नहीं पहुंच पाई हैं ग्रामीण क्षेत्र में रास्तों का निर्माण नहीं हुआ है, जिस कारण हमारे गांव में कोई भी विकास नहीं हो पाया है। इसलिए हमारी मांग सरकार व पंचायती राज विभाग से है की कुन्नू पंचायत से अलग होकर कचोटधार नई पंचायत बनाई जाए, जिस कारण हमें सरकार की हर सुविधा का लाभ मिल सके। नारायण सिंह ने बताया कि हमारा एक प्रतिनिधिमंडल  सोमवार को डीसी मंडी से मिलेगा और नई पंचायत बनाने का आग्रह किया जाएगा। इस अवसर पर पंचायत संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह, सचिव पुष्पराज, कोषाध्यक्ष परम देव, उपप्रधान गुड्डो देवी, उपसचिव रीता देव, उप अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, सलाहकार मूल चंद राम सिंह, महेंद्र सिंह, तेज राम, रमेश, सुरेंद्र, संदीप, राकेश, मान सिंह, लेख राम, मीना देवी, लता तारा देवी, निलमा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे ।