विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, यदि भारत और पाकिस्तान में कोई द्विपक्षीय मुद्दा है, जिस पर चर्चा करने की जरूरत है तो इसे शिमला समझौते के तहत दो देशों के बीच किया जाना चाहिए, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को आतंक, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल पैदा करना होगा. दोनों देश अपने बीच के मुद्दे कैसे सुलझा सकते हैं, इस सवाल के जवाब में रवीश कुमार ने कहा कि गेंद पाकिस्तान के पाले में है. उसे आतंकवाद खत्म करना होगा और शांति का माहौल बनाना होगा. रवीश कुमार ने यह भी कहा कि शांति बहाली हो तो दोनों देश द्विपक्षीय तौर पर अपने मुद्दे निपटा सकते हैं.
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने कश्मीर पर अपनी राय रखी और मदद की पेशकश की. पिछले साल अगस्त में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर भारत चाहेगा तो वे कश्मीर मामले में मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि इस मामले को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाना चाहिए.