क्‍यों कमजोर होती हैं मांसपेशियां

By: Jan 18th, 2020 12:18 am

मेडिकल साइंस में इस समस्या को सारकोपीनिया कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि आप अपनी उम्र भर हर 10 साल में 3 से 8 प्रतिशत तक मस्सल्स मास गंवा देते हैं। यही कारण है कि 50-60 की उम्र आते-आते व्यक्ति का शरीर ढीला, कमजोर और त्वचा ढुलमुल हो जाती है…

प्राकृतिक रूप से देखें, तो हमारी मांसपेशियां 40-45 की उम्र के बाद कमजोर होना शुरू होती हैं, मगर आजकल लोगों की लाइफस्टाइल, खान-पान और गतिहीन जीवन के कारण कम उम्र में भी कमजोर मांसपेशियों की समस्या बढ़ रही है। मेडिकल साइंस में इस समस्या को सारकोपीनिया कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि आप अपनी उम्र भर हर 10 साल में 3 से 8 प्रतिशत तक मस्सल्स मास गंवा देते हैं। यही कारण है कि 50-60 की उम्र आते-आते व्यक्ति का शरीर ढीला, कमजोर और त्वचा ढुलमुल हो जाती है। मांसपेशियों के घटने या कमजोर होने के क्या कारण हैं और इसे रोकने के लिए आप क्या कर सकते हैं, इस लेख में हम इन्हीं बातों का जिक्र कर रहे हैं।

क्यों घटती और कमजोर होती हैं मांसपेशियां-  जब आप पैदा होते हैं, तो आपका शरीर ताजा तंतुओं, मांसपेशियों, तंत्रिकाओं, हड्डियों आदि से बना होता है। मगर उम्र बढ़ने के साथ-साथ आपके शरीर में मस्सल्स फाइबर्स की मात्रा कम होती जाती है और इनकी संख्या भी घटती जाती है। यही कारण है कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, शरीर कृशकाय होता जाता है। मस्सल्स लॉस का एक बड़ा कारण यह है कि उम्र बढ़ने के साथ आपके शरीर में नए मस्सल्स बनाने वाले एमीनो एसिड्स बनना कम हो जाते हैं।

मस्सल्स को कमजोर होने से कैसे रोकें-

सारकोपीनिया यानी कमजोर मस्सल्स की समस्या आमतौर पर आजकल की लाइफस्टाइल के कारण बढ़ रही है। इसलिए इसे रोकने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में ही छोटे-छोटे बदलाव करने पड़ेंगे।

हेल्दी चीजें खाएं- अपने आहार में नेचुरल चीजों को शामिल करें। फल, सब्जियां, मोटे अनाज, दाल, ड्राई फूट्स, नट्स, दूध, चिकन, मछली आदि को अपनी डाइट में शामिल करके आप मस्सल्स को कमजोर होने से बचा सकते हैं। सभी प्राकृतिक आहार विटामिन्स, मिनरल्ज और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। रोजाना एक्सरसाइज करें और अपने मस्सल्स को स्वस्थ रखें।

 


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