गगल हवाई अड्डे की तस्वीर 15 दिन में साफ

धर्मशाला  – कांगड़ा एयरपोर्ट की जद में आने वाले क्षेत्र को लेकर लगाए जा रहे कयासों पर फरवरी के दूसरे सप्ताह विराम लग जाएगा। करीब आधे माह के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि हवाई अड्डे की जद में कौन-कौन सी भूमि और भवन आने वाले हैं। रिवाइजड प्लान के तहत कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब प्वांइट-टू-प्वांइट पैमाइश का काम शुरू हो गया है, जिससे जल्द ही पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। रिवाइजड प्लान को धरातल पर उतारने के लिए पैमाइश गुरूवार से शुरू हो गई है। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर चल रही मुहिम अब तेज हो जाएगी। बार-बार प्लान चेंज होने के कारण लोगों में भी भ्रम की स्थिति बनी हुई थी कि हवाई अड्डे का विस्तार किस दिशा में होगा और कौन-कौन से क्षेत्र इसकी जद में आएंगे। कितने लोगों के घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान इससे प्रभावित होंगे। भ्रम के चलते लोगों में लगातार रोष बढ़ रहा था और लोग प्रदर्शन भी करने लगे थे। मामले पर सियासत भी खूब हो रही थी, लेकिन रिवाइजड प्लान के तहत सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद राजस्व विभाग ने कागजों से बाहर निकल कर धरातल पर जमीन की पैमाइश शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया को पूरा करने में करीब 15 दिन लग सकते हैं।  उसके बाद ही फाइनल रिपोर्ट तैयार होगी और कहा जा सकता है कि किस दिशा में हवाई अड्डा जाएगा। गुरुवार से भूमि अधिग्रहण की प्वांट टू प्वांइट पैमाइश हो रही है। इसके लिए राजस्व विभाग की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। शाहपुर और कांगड़ा दोनों ओर से अधिकारी व कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र की पैमाइश करेंगे। रिवाइज्ड प्लान के तहत शुरू हुए कार्य की कागजी प्रक्रिया के बाद अब प्रशासन ने ग्राउंड जीरो पर भी वर्क शुरू कर दिया है।