जनरल ग्रीन हाउस मैनेजमेंट ट्रेनिंग को 23 किसान पूना रवाना

By: Jan 28th, 2020 12:23 am

ऊना –बागबानी विभाग जिला ऊना द्वारा जनरल ग्रीन हाउस मैनेजमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत जिला के ग्रीन हाउस लगाने वाले किसानों को पांच दिन के प्रशिक्षण शिविर के लिए पूना (महाराष्ट्र) भेजा गया है। ऊना बागबानी विभाग के विषय विशेषज्ञ (बागबानी)  डा. केके भारद्वाज ने बताया कि पूना (महाराष्ट्र) में 27 से 31 जनवरी तक चलने वाले जनरल ग्रीन हाउस मैनेजमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम में जिला ऊना के अंब, गगरेट, बंगाणा, ऊना और हरोली ब्लॉक से ग्रीन हाउस लगाने वाले और जिन्होंने ग्रीनहाउस लगा रखे हैं, ऐसे 23 किसानों को ग्रीन हाउस मैनेजमेंट ट्रेनिंग के लिए तालेगांव पूना (महाराष्ट्र) में स्थित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। यहां पर प्रशिक्षण के दौरान किसानों को ग्रीनहाउस की मैनेजमेंट के लिए उच्च स्तरीय जानकारियां प्रदान की जाएंगी। इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में ग्रीन हाउस, नेट हाउस बनाने बारे प्रारंभिक जानकारी दी जाएगी। गुलाब, जरबेरा, कारनेशन फूलों और रंगदार शिमला मिर्च, टमाटर, खीरा तथा विशेष सब्जियों को उगाने बारे तकनीकी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर के लिए किसानों के आने जाने, रहने, खाने पीने सहित अन्य सभी खर्चों का वहन बागबानी विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस टूर प्रोग्राम में ऊना बागबानी विभाग के सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट डा. केके भारद्वाज, बागबानी विभाग के एक्सटेंशन आफिसर पवन कुमार, लोअर अंदोरा से दिनेश कुमार, रछपाल सिंह, चुरडू से मलकीयत सिंह, सुरिंद्र पाल, कुठेड़ा खेरला से नासिर हुसैन, नारी से अभिषेक, मनजीत सिंह, नारी रुद्रानंद से योगेश कुमार, गगरेट से किरण दसौर, मानवी, मरवाड़ी से जोगिंदर पाल, मवा कोहलां से राजीव शर्मा, गनु मंदवारा से यशपाल सिंह, बडूही से अमरजीत, जगदीश राम दडोच, बलियारा से सुखदेव शर्मा, पंडोगा से जसविंदर सिंह, राम पाल भाटिया, बढेडा से कपिल डटवालिया, खड्ड से नरिंदर कुमार, चढ़तगढ़ से राजिंद्र कुमार शामिल हैं। वहीं, उपनिदेशक (बागवानी) जिला ऊना डा. सुभाष चंद ने बताया कि यह प्रशिक्षण मिशन फॉर इंटीग्रेटेड डिवेलपमेंट ऑफ हार्टिकल्चर के तहत देश के अग्रणी प्रशिक्षण केंद्र में लगाया जा रहा है। किसान इस प्रशिक्षण का भरपूर फायदा उठाएं, ताकि फूलों के व्यवसाय को जिला में और बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा पुष्क्रांति योजना के तहत फूलों की खेती के लिए पोलीहाउस लगाने को 85 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है और प्लांटिंग मैटीरियल के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।


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