डीएसपी अंब करेंगे बच्ची की मौत की जांच

पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने सौंपा जिम्मा, दौलतपुर चौक अस्पताल के सेप्टिक टैंक में ढक्कन समेत समा गई थी नन्हीं परी

दौलतपुर चौक-सामुदायिक स्वास्थय केंद्र दौलतपुर चौक में गत शुक्रवार को ढक्कन रहित सेप्टिक टैंक में डूब कर काल का ग्रास बनी नन्ही परी का मामला मीडिया द्वारा प्रमुखता से उठाए जाने पर एसपी ऊना ने कड़ा संज्ञान लिया है। चौकी प्रभारी दौलतपुर चौक की जगह डीएसपी अंब इस मामले की जांच करेंगे और 15 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। गौर रहे कि शुक्रवार 24 जनवरी को अढ़ाई वर्षीय नन्हीं परी दौलतपुर चौक अस्पताल परिसर में खेलते-खेलते अचानक ढक्कन रहित सेप्टिक टैंक में गिर गई थी। इसके चतते उसकी मौत हो गई थी। आनन फानन में पुलिस द्वारा जिस व्यक्ति को ठेकेदार समझ आरोपी बनाया वो प्लंबर निकला और उसके पास ठेकेदार तक लाइसेंस नहीं था। इस वजह से ऊक्त प्लंबर सहित पीडि़त पिता ने भी सोशल मीडिया पर मामले की लापरवाही से जांच पर खूब भड़ास निकाली थी। जबकि स्थानीय लोगों और विपक्ष ने भी इस मुद्दे को उछालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब एसपी ऊना द्वारा डीएसपी अंब मनोज जम्वाल को सौंपे जाने से इस मामले की सच्चाई का पता चलने की आस जगी है कि आखिर सेप्टिक टैंक मामले में लापरवाही अस्पताल प्रशासन की थी या ठेकेदार की।

प्लंबर की गलती आ रही सामने

सीएमओ डा. रमन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने आरंभिक विभागीय जांच पूरी कर ली है। जांच मे दोषी प्लंबर को पाया जा रहा है, क्योंकि उसको मरम्मत के साथ साथ सेप्टिक टैंक ढकने हेतु भी कहा गया था, लेकिन उसने अस्थायी तौर पर प्लास्टिक की शीट लगा दी। यहीं वजह हादसे का कारण बनी।

एसपी… 15 दिन के अंदर रिपोर्ट चाहिए

उधर, एसपी ऊना दिवाकर शर्मा ने बताया कि नन्ही परी के मामले में डीएसपी अंब जांच करेंगे और उन्हें 15 दिन के भीतर रिपोर्ट जमा करवाने के लिए आदेश दिए गए है, ताकि इस घटना का सच सामने आ सके।

पूर्व विधायक ने उठाए सवाल

उधर, गगरेट विस क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश कालिया का कहना कि मासूम बच्ची की मौत मामले में प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। चार दिन बीत जाने पर भी जांच अधिकारी बदले जाने के अलावा कुछ हाथ नही लगा है। जबकि कोई भी बड़ा अधिकारी ढांढस बढ़ाने पीडि़त परिवार के घर नहीं पहुंचा। उन्होंने बताया कि इस संवेदनशील मामले में महज लीपापोती हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।

बख्शे नहीं जाएंगे दोषी

जबकि विधायक राजेश ठाकुर ने बताया कि सैप्टिक टैंक में बच्ची के डूबने के मामले में भी कांग्रेस राजनीति कर रही है। क्योंकि कांग्रेस पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच डीएसपी रैंक का अधिकारी कर रहा है और दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।