देवी-देवताओं के पंजीकरण को  तैयार की निरीक्षण कमेटी

कुल्लू-जिला कारदार संघ की त्रैमासिक बैठक अध्यक्ष जय चंद ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को संपन्न हुई। बैठक में 30 कारदारों ने भाग लिया। बैठक में चर्चा की गई है कि देवी-देवातआें को कई वर्षो से मिलने वाली मुआफी का पैसा कारदारों को नहीं मिल रहा है। मुआफी सरकारी अनुदान ग्रांट का आधार हो सकता है। जिस पर प्रस्ताव पारित किया गया कि मुआफी वाजुलर्ज के अनुसार देव संस्कृति संरक्षण के लिए मिलने वाली सरकारी अनुदान का आधार हो सकता है। इस पर विस्तृत चर्चा हुई कि मामला जिलाधीश के समक्ष उठाया जाए। जो धन सरकार से देवताओं को मिलता है वह पंचायतों के माध्यम से खर्च करने की अधिसूचना हो निरस्त कर सीधा कारदारों को दिया जाए। बैठक में जिला में स्थित गैर मुआफीदार देवी-देवताओं को मुआफीदार की तर्ज पर कोई नीति बनाई जाए। ताकि इनका भी संरक्षण संवर्धन हो सके। महासचिव नारायण सिंह चौहान ने बताया कि बैठक में देवी-देवताओं को पंजीकरण को लेकर विस्तृत चर्चा हुई कि देवी-देवताओं का पंजीकरण जिला कारदार संघ के संविधान के अनुसार नहीं हो रहा है। जिसके अध्यक्ष दोत राम ठाकुर, पूर्व अध्यक्ष को बनाया गया और इसके साथ हंसरात शर्मा को कारदार जमलू जगतसुख, शेर सिंह कारदार देवता खुडीजल आनी, हीरा लाल खंड कारदार प्रधान मनीकर्ण, अर्वीदत कारदार देवता जमलू करजां का ेसदस्य मनोनित किया गया। यह कमेटी संघ के संविधान के अनुसार खंडों व जिला के देवी-देवताओं का इंन्द्राज की पुष्टि करके जिला कारदार संघ को छह महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। सभी खंड प्रधान इस कमेटी को सहयोग करेंगे। बैठक में उर्वीदत सह सचिव, खंड प्रधान संगत राम, खंड प्रधान लात राम, खंड प्रधान लाल चंद, कारदार मोहन सिंह देवता बड़ा छमाहूं, कारदार टेक राम, प्रेम चंद आदि सदस्य उपस्थित रहे।