निजी गाडि़यों में ढो रहे सवारियां

बाहरी राज्यों से आ रहे ऐसे वाहन; शिमला पुलिस ने कसी नकेल, जगह-जगह लगाए नाके

शिमला –शिमला पहुंच रहे बाहरी राज्यों के वाहनों पर पुलिस की नजर है। निजी वाहनों में दूसरे राज्यों से यात्रियों को ढोया जा रहा है। यहां पर टूरिस्ट सीजन चरम पर है, जिसके चलते टैक्सियों का काम निजी वाहनों से लिया जा रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर शिमला पुलिस ने सड़कों पर पैनी निगाह रखी है और यहां पर ऐसे वाहनों को रोककर उनके चालान किए जा रहे हैं। मौके पर ही इन्हें चालान भुगतने को कहा जा रहा है ताकि इन लोगों को सबक मिले और भविष्य में इस तरह का गोरखधंधा ये लोग न कर सकें। बता दें कि टैक्सी नंबर लेकर लोग हजारों रुपए का टैक्स भरते हैं मगर निजी वाहनों में अवैध रूप से सवारियां ढोकर ये लोग उनका धंधा चौपट करने में लगे हैं वहीं, सरकार को भी टैक्स का चूना लगा रहे हैं। शिमला में ऐसे वाहनों की धरपकड़ तेज हो गई है। शहर में पुलिस ने जगह-जगह पर नाके लगाकर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की चैकिंग शुरू कर रखी है। इन वाहनों को रोककर उनसे कागजात लिए जा रहे हैं और साफ पता लग रहा है कि यात्रियों को लेकर वह व्यक्ति यहां पर आया है। हालांकि इस दिशा में शिमला पुलिस देर से जगी है परंतु अभी भी शहर में सीजन चल रहा है और मार्च महीने तक यहां पर टूरिस्ट यूं ही आएंगे। ऐसे में अवैध रूप से यात्रियों को ढो रहे बाहरी राज्यों के वाहनों को रोकना जरूरी है। बताया जाता है कि पुलिस को प्रदेश के टैक्सी चालकों की ओर से भी शिकायत आई थी। इस शिकायत पर जहां यहां कार्रवाई की जा रही है वहीं प्रदेश के दूसरे स्थानों पर भी ऐसी कार्रवाई हो रही होगी। शिमला पुलिस ने अपने एरिया में शुरूआत में ही नाका लगाकर ऐसी चैकिंग शुरू कर दी है, जिसके बाद शहर के भीतर प्रवेश करने वाले वाहनों को भी रोका जा रहा है। इस कार्रवाई से टैक्सी चालकों में खुशी है क्योंकि इस अवैध धंधे की वजह से उनको सबसे अधिक नुकसान हो रहा है। यहां पर अंबाला और कालका से निजी वाहनों में इस तरह से सवारियां लाई जा रही हैं। पुलिस द्वारा पकडे़ गए वाहनों में ज्यादा वाहनों के नंबर हरियाणा राज्य के ही हैं। वहीं, दिल्ली से भी ऐसे वाहन यहां पर लगातार पहुंच रहे हैं। पुलिस अधीक्षक शिमला ओमापति जमवाल का कहना है कि इस तरह के अवैध धंधे को रोकने के लिए शिमला पुलिस प्रयास कर रही है। वाहनों को रोककर उनसे पूछताछ हो रही है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।