नैनाटिक्कर में सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद

नैनाटिक्कर  – जल ही जीवन है परंतु नैनाटिक्कर में आईपीएच विभाग इस बात से अनभिज्ञ है और प्रतिदिन सैकड़ों लीटर पानी कई दिनों से नैनाटिक्कर में बर्बाद हो रहा है। जी, हां आज हम बात कर रहे हैं आईपीएच विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते नैनाटिक्कर क्षेत्र में कई जगहों पर टूटी हुई पाइप लाइनों की जिनसे लगातार सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा पंचायत स्तर पर जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों तथा आम जनमानस को जागरूक किया जाता रहा है, परंतु नैनाटिक्कर में इसके विपरीत आईपीएच विभाग की लापरवाही एवं सुस्त कार्यप्रणाली के चलते पानी का व्यर्थ में सड़कों तथा नालियों में बहना किसी को हजम नहीं हो रहा है। बता दें कि नैनाटिक्कर मुख्य बाजार में पानी की कमी के कारण चौथे दिन आईपीएच विभाग द्वारा पानी की सप्लाई दी जाती है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी समय-समय पर पानी की किल्लत देखने को मिलती है। ऐसे में पानी का मूल्य ओर भी बढ़ जाता है, परंतु आईपीएच विभाग इस बात से अनभिज्ञ है और जगह-जगह पर जहां पाइप लाइनों से पानी का रिसाव हो रहा है। वहीं कई जगहों पर पाइप लाइन टूटी पड़ी है। डिलमन रोड पर जहां डेढ़ ईंच पाइप लाइन कई दिनों से क्षतिग्रस्त है, लेकिन आईपीएच विभाग ने इसे दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई है। परिणामस्वरूप जहां पानी बर्बाद हो रहा है, वहीं सड़क का टूटना भी इस पानी से स्वभाविक है। दूसरी ओर सरकारी अस्पताल के पास भी कई जगह से पाइप लाइन टूटी हुई है, जिस कारण सैकड़ों लीटर पानी कच्ची सड़क पर तो लगातार बह ही रहा है, अपितु सरकार द्वारा बनाई गई जल संरक्षण की योजनाओं की भी धज्जियां उड़ रही हैं। आलम यह है कि कच्ची सड़क पर पानी के बहाव से कीचड़ और गारा भी पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है, लेकिन आईपीएच विभाग के कर्मचारियों ने इसे टूटी हुई पाइप लाइनों को ठीक करने की जहमत नहीं उठाई है। उधर, इस संबंध में जब आईपीएच विभाग के सराहां स्थित कार्यालय में सहायक अभियंता पंकज चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किन कारणों से पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है पता लगाकर पाइप लाइनों की मरम्मत करवा दी जाएगी।