नौणी में क्षमता निर्माण विषय पर ट्रेनिंग

नौणी – डा. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग में गुरुवार को कृषि शिक्षा में ग्रामीण छात्रों के संवर्द्धन और उद्यमिता के लिए क्षमता निर्माण विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आगाज हुआ। कार्यक्रम में सोलन और सिरमौर जिला के बीस किसान हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रशिक्षण को प्रायोजित किया जा रहा है। नौणी विवि के कुलपति डा. परविंदर कौशल इस अवसर पर मुख्यातिथि रहे। बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के प्रोफेसर और हैड डा. केके रैना ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम सात प्रशिक्षणों की शृंखला में पहला है, जो बागबानी और कृषि में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के समन्वयक डा. कपिल कथूरिया ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य उन उद्यमियों को बनाना जो कृषि व्यवसाय और ग्रामीण उद्यमों के क्षेत्रों में रोजगार पैदा कर सकते हैं। अगले तीन दिनों में बागबानी और फ्लोरिकल्चर आधारित व्यवसायों, नेतृत्व कौशल, कृषि और ग्रामीण उद्यमों के लिए व्यावसायिक वातावरण, बजट और परियोजना मूल्यांकन आदि विषयों पर छह तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रदर्शन और उद्यमियों और बैंकरों के विचारों को सुनने का अवसर भी मिलेगा। अपने नए व्यवसायों के लिए ऋण हासिल करने के लिए विभिन्न आवश्यकताओं के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा। इस अवसर पर डा. परविंदर कौशल ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण विश्वविद्यालय में स्थापित किए गए कौशल विकास केंद्र द्वारा नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से विश्वविद्यालय कृषि-बागबानी क्षेत्र में उद्यम स्थापित करने के अवसरों के बारे में जागरूकता पैदा करना चाहता है। डा. कौशल ने प्रतिभागियों से विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ नियमित रूप से बातचीत करने का आग्रह किया ताकि वे नवीनतम उत्पादन और विपणन तकनीकों के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें, जिससे उनकी आजीविका और व्यापार को बढ़ाने में मदद मिल सके। विश्वविद्यालय के डीन डा. कुलवंत राय, डा. वाईसी गुप्ता, डा. एमएल भारद्वाज, व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संकाय और छात्रों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।