पकड़ी गई पाक की परमाणु चोरी

By: Jan 18th, 2020 12:07 am

अमरीका ने स्मगलिंग नेटवर्क का खुलासा, एक्यू खान के समय से ही चल रहा था गोरखधंधा

वाशिंगटन – अपने चोर वैज्ञानिक एक्यू खान की बदौलत धोखे से परमाणु हथियार हासिल करने की पाकिस्तान की करतूत से पूरी दुनिया वाकिफ  है। खान ने कनाडा से परमाणु तकनीक चुराकर न केवल पाकिस्तान में न्यूक्लियर प्रोग्राम संचालित किया, बल्कि इसे ईरान, लीबिया, उत्तर कोरिया जैसे देशों को बेच भी दिया। तब से पाकिस्तान ने न्यूक्लियर स्मगलिंग और मिसाइल टेक्नोलॉजी के अवैध अधिग्रहण से तौबा नहीं किया है। इसके पास विज्ञान और तकनीक का शायद ही कोई केंद्र है, फिर भी इसने चोरी और धोखे से परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल हासिल कर लिया। अब उसे अमरीकी तकनीक की चोरी करते हुए पकड़ा गया है। दरअसल, रावलपिंडी स्थित फ्रंट कंपनी बिजनस वर्ल्ड से जुड़े पांच पाकिस्तानियों पर अमरीका में आरोप लगा है कि उन्होंने पाकिस्तान के न्यूक्लियर और मिसाइल प्रोग्राम के लिए अमरीकी तकनीक की स्मगलिंग की है। अमरीका के जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, ये पांच पाकिस्तानी कनाडा, हांगकांग और यूके में रहते हैं। डिपार्टमेंट का कहना है कि ये अपनी फ्रंट कंपनियों के लिए दुनियाभर से खरीद करने का नेटवर्क चलाते थे। इनकी फ्रंट कंपनियां नाभकीय एक्सपोर्ट में कमिशन के लिए अमरीका में बने उत्पाद खरीदती है। यह कंपनी अमरीका से सामानों का निर्यात बिना एक्सपोर्ट लाइसेंस के ही करवाती है, जो अमरीकी कानून का खुला उल्लंघन है। अमरीका के लिए एक उदाहरण बन सकता है कि उसे निर्यात के नियमों को लागू करने में कड़ाई बरते।

16 साल बाद फिर दुश्मन बेनकाब

16 साल पहले ठीक इसी महीने पाकिस्तान का न्यूक्लियर स्मगलिंग और प्रॉलिफरेशन स्कैंडल पकड़ा गया था। उसमें पाकिस्तानी वैज्ञानिक एक्यू खान का हाथ सामने आया था। उसी एक्यू खान ने डच कंपनी रेंको से सेंट्रीफ्यूज चुरा लिया था, जिसके दम पर पाकिस्तान ने 1980 में परमाणु बम बना लिया। पाकिस्तान ने यह टेक्नोलॉजी नॉर्थ कोरिया और चीन को भी बेच दी। खान ने लीबिया और ईरान को भी मदद की थी। तब एक्यू खान ने कहा था कि पाकिस्तान की सेना उसकी करतूतों से वाकिफ  थी।

भारत के लिए भी चिंता का सबब

बड़ी बात यह है कि अमरीका के बयान में इस ओर इशारा किया गया है कि पाकिस्तान के इस स्मगलिंग नेटवर्क का खुलासा भारत की सुरक्षा के लिहाज से भी महत्त्वपूर्ण है। होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशंस के एक्टिंग स्पेशल एजेंट इन चार्ज जैसन मोलिना ने कहा कि इन पांच लोगों का कथित व्यवहार अमरीकी निर्यात कानूनों के उल्लंघन से कहीं ज्यादा बड़ा मसला है। इसने अमरीकी सुरक्षा हितों के साथ-साथ क्षेत्र के विभिन्न देशों के बीच नाजुक शक्ति संतुलन के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है।


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