पुलिस ही नहीं, एचआरटीसी जेल वार्डर भर्ती में भी गड़बड़

By: Jan 17th, 2020 12:01 am

पुलिस भर्ती फजीबाड़े के मास्टरमाइंड ने बताए धोखे से भर्ती हुए 12 लोगों के नाम

धर्मशाला – पुलिस भर्ती सहित अन्य परीक्षाओं में फर्जीबाड़े का खेल हिमाचल में 2012 से चल रहा है। फर्जीबाड़े के आरोपी विक्रम के शिकंजे में आने के बाद कई खुलासे हुए हैं। अब तक विक्रम  ने 12 लोगों के नाम बताए हैं। इनमें से आठ पुलिस विभाग से, दो एचआरटीसी में कंडक्टर और दो जेल वार्डर परीक्षा में फर्जीबाड़ा कर भर्ती हुए हैं। अब पुलिस इन सभी के खिलाफ लीगल कार्रवाई करेगी। पुलिस विभाग ने अपने कर्मचारियों सहित संबंधित विभागों को भी भर्ती हुए लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। ऐसे में जल्द ही कई लोगों की नौकरी चली जाएगी। फर्जी तरीके से तमाम लोग वर्ष 2012 से 17 के बीच भर्ती हुए हैं। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। ऐसे में कांग्रेस कार्यकाल में हुई भर्तियों की जांच करवाई गई तो और भी कई मामले सामने आ सकते हैं। अब यह भी सवाल उठ रहा है कि जवाली का रहने वाला विक्रम किसकी शह पर यह सारा खेल खेल रहा था। वहीं, विक्रम के तार हरियाणा से जुड़े हुए हैं। विभिन्न विभागों में फर्जी तरीके से भर्ती हुए करीब एक दर्जन लोगों का मामला ‘दिव्य हिमाचल’ ने पहले ही प्रकाशित किया था। गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कांगड़ा विमुक्त रंजन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग खुलासे में सामने आए नामों के खिलाफ लीगल कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि ये लोग वर्ष 2012 से 17 के दौरान भर्ती हुए हैं। विमुक्त रंजन ने बताया कि सभी मामलों में या तो शूटर बिठाकर परीक्षा करवाई गई है या फिर इलेक्ट्रॉनिक गजट के माध्यम से परीक्षा देकर लेग फर्जी तरीके से पास हुए हैं। इस परीक्षा फर्जीबाड़े में शामिल करीब 35 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि विक्रम के करीबी माने जाने वाले दो लोग अभी तक पुलिस की पहुंच से बाहर बताए जा रहे हैं। 

और आएंगे गिरफ्त में

बताया जा रहा है कि पुलिस को पिछले दिनों जवाली निवासी शिशु पाल के शेड से जो यंत्र व धनराशि मिली है, उस मामले में जांच की जा रही है। इसके चलते फिलहाल कुछ और लोग शिकंजे में आ सकते हैं।


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