प्राइवेट स्कूलों को पढ़ानी होंगी एनसीईआरटी बुक्स

धर्मशाला – शिक्षा बोर्ड ने सभी निजी स्कूलों में पहली से जमा दो तक एनसीईआरटी बुक्स पढ़ाना अनिवार्य दिया है। अब सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अन्य पुस्तकें नहीं पढ़ाई जा सकेंगी। इसके साथ ही बोर्ड की फाइनल वार्षिक परीक्षा मूल्यांकन में अध्यापकों को सांख्यिकी (न्यूमेरिकल) के सॉल्यूशन भी उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि मूल्यांकन के स्तर में गुणवत्ता व सुधार देखने को मिले। वहीं, बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए 40 प्रतिशत सरल, 40 औसत व 20 प्रतिशत कठिन प्रश्न पूछे जाएंगे, इसी तर्ज पर सभी प्रश्नपत्र तैयार किए जाएंगे। जानकारी के अनुसार शिक्षा बोर्ड ने निजी स्कूलों के साथ आयोजित बैठक में पहली से जमा दो तक एनसीईआरटी बुक्स पढ़ाना अनिवार्य करने को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अन्य पुस्तकें सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ाई जा सकेंगी। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से मान्यता प्राप्त निजी स्कूल संघ की बैठक मंगलवार को बोर्ड परिसर में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने की। बैठक में बोर्ड सचिव अक्षय सूद भी उपस्थित रहे। बैठक में  मैट्रिक व जमा दो कक्षाओं के प्रश्नपत्र निर्धारण, स्थल मूल्यांकन केंद्रों, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के समय बोर्ड द्वारा न्यूमेरिकल से संबंधित विषयों के सोल्यूशन उपलब्ध करवाने और पहली से 12वीं कक्षाओं तक के पाठ्यक्रम के बारे में विचार-विमर्श किया गया। बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि मैट्रिक और जमा दो कक्षाओं के प्रश्नपत्र निर्धारण करते समय परीक्षार्थियों के भविष्य का ध्यान रखा जाता है। प्रश्न पत्र में 40 प्रतिशत सरल, 40 प्रतिशत औसतन तथा 20 प्रतिशत कठिन प्रश्न डाले जाएंगे। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन बोर्ड द्वारा स्थापित स्थल मूल्यांकन केंद्रों में बोर्ड द्वारा नियुक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों की देखरेख में किया जाएगा। मूल्यांकन हेतु नियुक्त शिक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के संबंध में कड़े निर्देश जारी किए जाएंगे। पेपर निर्धारक द्वारा जारी की गई विशेष निर्देशिका भी शिक्षकों को उपलब्ध करवाई जाएंगी। साथ ही स्थल मूल्यांकन केंद्रों में उपलब्ध परीक्षकों की संख्या के अनुसार ही उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के समय बोर्ड द्वारा न्यूमेरिकल से संबंधित विषयों के सोल्यूशन उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि प्रश्न के सभी छात्रों को समान व सही अंक प्रदान किए जा सकें। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि बोर्ड द्वारा पहली कक्षा से जमा दो कक्षाओं तक एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकें पढ़ाई जाएंगी। इस दौरान बोर्ड के अध्यक्ष ने संघ को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा तथा सुझावों को कार्यान्वित किया जाएगा। बैठक में विभिन्न जिलों से संघ प्रतिनिधियों ने भाग लिया।