बंजार विधायक से मांगा इस्तीफा

विधानसभा क्षेत्र में ठप पड़े विकास कार्यों के लिए जिला परिषद सदस्य दुष्यंत ठाकुर ने साधा निशाना

बंजार –बंजार विधानसभा क्षेत्र में ठप पड़ विकास कार्य बिजली पानी, सड़क  व चिकित्सा सुविधा को मुहैया  कराने में  सरकार अपने दो वर्षो के कार्यकाल में बिलकुल असफल रही है। जिला परिषद सदस्य व पूर्व बीसीसी अध्यक्ष दुष्यंत ठाकुर ने स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जिन मुद्दों को लेकर  विधायक हर दूसरे दिन धरना दिया करते थे। आज उन मुद्दों को खुद भूल कर कर सत्ता के नशे में बैठे हैं। उन्होंने ने कहा कि सरकार द्वारा 22 जनवरी को प्रदेश  में भरे गए डाक्टरों के 200 पदों में से बंजार विधानसभा क्षेत्र के लिए एक भी पद मुहैया नहीं करा पाई है । सैंज सीएचसी थाटीबिड में डाक्टरों के पद खाली पड़े हैं। यहां तक कि सिविल अस्पताल बंजार में भी डाक्टरों की कमी के कारण लोगों को एक मेडिकल बनाने लेने के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ता है ।  बंजार की तीर्थन घाटी के कई गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां पर सरकार ने प्राइमरी और मिडिल स्कूल तो खोल दिए हैं पर अध्यापकों और सुविधाओं की कमी के कारण अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सता रही है। दुष्ंयत ठाकुर ने कहा कि गुशैणी में हुए जनमंच में स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों में बंजार में डाक्टर आएंगे। आज लगभग छह महीने पूरे होने को हैं, बंजार की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विधायक अपनी ही पंचायत  के  साथ  जो स्कूल रोड की टायरिंग कराने में असमर्थ हैं। कूड़ा -सड़क किनारे तीर्थन में जा रहा है, बेहारा पशुओं को सहारा नहीं मिल पा रहा है। बस सेवाएं सुचारू रूप से नहीं चल रही। वहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है । कहीं न कहीं इस हादसे के पीछे सरकार की गलती है, जब मिनी आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित था वहां पर  तो विभाग और सरकार ने उसे भरा क्यों नहीं और सरकार उचित मुआवजा उनके परिवार को दिया जाए