बिना गुरु कैसे मिले ज्ञान

सेरीकोठी स्कूल में शिक्षकों का टोटा, अभिभावकों को सता रही बच्चों के भविष्य की चिंता

सुंदरनगर – सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सेरीकोठी में लंबे अरसे से आधा दर्जन के करीब विभिन्न शिक्षकों के पद खाली चले हुए हैं। इस बात के विरोध में स्कूल प्रबंधन समिति बिफर गई है और स्कूल परिसर में आपातकालीन बैठक का आयोजन किया। इसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को स्कूल में शिक्षक न होने से पेश आ रही समस्याओं के बारे में लिखित पत्र भेजकर अवगत करवाया। स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान एवं तमाम पदाधिकारियों का कहना है कि स्कूल में अध्यापक न होने के कारण बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूल में वर्ष 2008 से कला अध्यापक, वर्ष 2014 से भाषा अध्यापक, वर्ष 2016 से नॉन मेडिकल टीजीटी, वर्ष 2017 से पीईटी, वर्ष 2017 से इतिहास प्रवक्ता, अप्रैल 2018 से अंग्रेजी और हिंदी के प्रवक्ता और वर्ष 2004-5 से वरिष्ठ सहायक का पद काफी समय से खाली चले हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, जिससे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। उन्होंने खाली चल रहे शिक्षकों के पदों को जल्द से जल्द भरने की मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। स्कूल प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि यह स्कूल दूरदराज क्षेत्र होने के कारण अकसर शिक्षकों की कमी बनी रहती है। यहां पर कई साल से अध्यापक नहीं है और बच्चे दिन प्रतिदिन पढ़ाई में बहुत पिछड़ रहे हैं। उन्होंने कई बार सरकार से पंचायत और स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से इस मामले के बारे में बात की, परंतु आज तक कोई भी सुनवाई नहीं की गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से बच्चों के भविष्य को देखते हुए शीघ्र अति शीघ्र शिक्षक भेजने की गुहार लगाई है, ताकि स्कूल में बच्चों की पढ़ाई नियमित तौर पर चल सके। उधर शिक्षा विभाग मंडी के उपनिदेशक अशोक शर्मा का कहना है कि स्कूलों में खाली चल हे पदों की वास्तुस्थिति से सरकार व विभाग को समय रहते अवगत करवा दिया गया है।