मंडी बनेगा पहला ‘ई डिस्ट्रिक्ट’ जिला

प्रशासन ने मिशन मोड को लेकर छेड़ी कवायद, ऑनलाइन सर्टिफिकेट की मिलेगी सौगात

मंडी –मंडी जिला हिमाचल का पहला संपूर्ण ‘ई-डिस्ट्रिक्ट’ बनेगा। जिला प्रशासन ने इसे लेकर मिशन मोड पर कवायद छेड़ी है। इसके तहत जिला में सभी कार्यालयों में जन केंद्रित सेवाओं का पूर्ण कम्प्यूटरीकरण होगा और विभिन्न नागरिक सेवाएं ऑनलाइन मिलेंगी, जिसके तहत फील्ड में पटवारी कार्यालयों से लेकर डीसी ऑफिस तक से जुड़ी सभी नागरिक सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके लिए जिलाभर में कार्यालयों का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है। उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने सोमवार को डीसी कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी। ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार का राज्य के सभी जिलों में ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना को लागू कर आम जनता को सुविधा प्रदान करने तथा घर बैठे सेवाएं प्रदान करने पर विशेष जोर है। इसके दृष्टिगत मंडी जिला को संपूर्ण ‘ई-डिस्ट्रिक्ट’ बनाने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घर बैठे विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध होने से लोगों को बड़ी सहूलियत होगी और उन्हें सरकारी कार्यालयों के अनावश्यक चक्कर काटने से निजात मिलेगी। गौरतलब है कि ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना में विभिन्न प्रमाण पत्र, शिकायत, पेंशन, राजस्व संबंधी एवं रोजगार केंद्रों में पंजीकरण से जुड़ी सेवाओं सहित अन्य नागरिक सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जाती है।

कार्यालयों को पेपरलेस बनाने पर जोर

उपायुक्त ने कहा कि ‘ई-डिस्ट्रिक्ट’ के साथ-साथ जिला में हर ऑफि स को पेपरलेस (कागज रहित) बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। इससे अब कार्यालयों को फ ाइलों से पूरी तरह छुटकारा मिलेगा। उपायुक्त कार्यालय को पेपरलैस बनाने का 90 फ ीसदी काम पूरा किया जा चुका है। अब इसे चरणबद्ध तरीके से पूरे जिले में लागू किया जाएगा। ऋ ग्वेद ठाकुर ने कहा कि जिले में नई डिजिटल तकनीकी के सदुपयोग से जनसेवाओं को सुलभ बनाने और कामकाजी व्यवस्था को सरल, पारदर्शी व समयबद्ध बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं।