युवक की मौत पर चक्का जाम

By: Jan 29th, 2020 12:25 am

 गगरेट-दौलतपुर चौक सड़क पर ग्रामीणों का प्रदर्शन; दो घंटे तक ट्रैफिक जाम, एडीसी ने मौके पर पहुंच कर खुलवाया ट्रैफिक

गगरेट –उपमंडल गगरेट के अंबोटा गांव में काल का रूप बनकर सड़क पर खड़े एक टिप्पर के साथ सोमवार रात्रि एक बाइक के टकरा जाने के चलते बाइक चालक की हुई मौत पर खूब बवाल मचा। बाइक चालक की मौत के लिए टिप्पर मालिक व पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए उग्र गांववासियों ने पहले गगरेट-दौलतपुर चौक सड़क मार्ग जाम कर दिया और प्रशासन की तरफ से कोई संतोषजनक उत्तर न मिलने पर गगरेट कस्बे का मुख्य चौक जाम कर डाला। उग्र गांववासी पुलिस प्रशासन से टिप्पर मालिक को उनके सामने पेश करने की मांग कर रहे थे। जाम खुलवाने में स्थानीय पुलिस व प्रशासन के पसीने छूट गए और करीब दो घंटे तक यहां से गुजरने वाले सारे सड़क मार्ग जाम रहे। इसके बाद मौके पर पहुंचे एडीसी अरदिंम चौधरी व एएसपी विनोद धीमान ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। अंबोटा गांव का संजय कुमार (35) हलवाई की दुकान करता था। सोमवार रात्रि दुकान बंद करने के बाद वह अपने बच्चों के लिए कुछ खाने के लिए लाने को बाइक पर निकला और उसकी बाइक उसकी दुकान से चंद मीटर पर सड़क पर खड़े टिप्पर से टकरा गई। इसके चलते उसके सिर पर गहरी चोट लग गई। उसे गंभीर हालत में सिविल अस्पताल गगरेट लाया गया और यहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार रात भी पुलिस के देरी से पहुंचने पर लोग गुस्से से लाल हो गए और मंगलवार दोपहर तक भी टिप्पर चालक को पकड़ पाने में असमर्थ रही पुलिस के चलते लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। उग्र लोगों ने पहले दौलतपुर चौक-गगरेट सड़क मार्ग को जाम कर पुलिस-प्रशासन के विरुद्ध उग्र नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस टीम व एसडीएम विनय मोदी भी जब उग्र प्रदर्शनकारियों को समझाने में नाकाम रहे तो प्रदर्शनकारी गगरेट कस्बे पर मुख्य चौक पर जम गए और होशियारपुर-मुबारकपुर व दौलतपुर चौक-ऊना सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था पंजाब में अवैध खनन कर टिप्पर ओवरलोड होकर यहां पत्थर ला रहे हैं और यहां अकसर दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं, लेकिन पुलिस उन पर शिकंजा कस पाने में असमर्थ है। अंबोटा गांव में हुई दुर्घटना भी पुलिस की लापरवाही का नतीजा है क्योंकि उक्त टिप्पर पिछले आठ-दस दिन से खराब स्थिति में सड़क पर ही खड़ा था, लेकिन पुलिस ने उसे हटाने के प्रयास ही नहीं किए। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से पोस्टमार्टम करवाकर आ रहे लागों ने वाहन को मुख्य चौक पर ही रोक लिया गया और प्रदर्शनकारी टिप्पर मालिक को मौके पर लाने की मांग करने लगे। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख एडीसी अरदिंम चौधरी व एएसपी विनोद धीमान के साथ डीएसपी मनोज जम्वाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया। मौके की नजाकत को समझते हुए एडीसी ने दुर्घटना में मारे जाने पर दी जाने वाली आर्थिक सहायता तत्काल जारी करने का  आश्वासन दिया।  उधर, एएसपी विनोद धीमान ने कहा कि मामले की गहनता से जांच होगी और जो भी दोषी हुआ उसे बख्शा नहीं जाएगा।


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