रेगुलर पे स्केल की घोषणा न होने से निराशा

एनएचएम कर्मचारियों को सीएम से 25 जनवरी को थी घोषणा की आस

घुमारवीं –50वें राज्यत्व दिवस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से रेगुलर पे स्केल की घोषणा की आस रखने वाले एनएचएम कर्मचारियों को निराशा ही हाथ लगी है। स्वास्थ्य विभाग के नेशनल हैल्थ मिशन कर्मचारियों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री 25 जनवरी को इन कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल की घोषणा करके राहत प्रदान करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इससे कर्मचारी निराश हुए हैं। नेशनल हैल्थ मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर घोषणा करने का आग्रह किया था, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा नहीं की गई। अरविंद ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घोषणा तो नहीं की, लेकिन  रेगुलर पे स्केल की मांग पर विचार करने का विश्वास दिया है। इससे जहां एक ओर कर्मचारियों को निराशा हुई है, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के आश्वासन से कर्मचारियों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों को विश्वास है कि मुख्यमंत्री जल्दी ही उन्हें रेगुलर पे स्केल स्वीकृत करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नेशनल हैल्थ मिशन में लगभग 1500 कर्मचारी पिछले 15 से 20 वर्षों से कार्यरत हैं, लेकिन इन कर्मचारियों के लिए कोई न तो नियमितीकरण की नीति है और न ही रेगुलर पे स्केल दिया जा रहा है। जिसकी मांग कर्मचारी वर्षों से कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने अलग से एनएचएम बाई लॉज़ बनाकर पहली जनवरी 2018 से कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल दिया है। अन्य प्रदेशों में भी एनएचएम कर्मचारियों को लेकर नीतियां बनाई गई है। हिमाचल प्रदेश में एनएचएम कर्मचारियों का 15 से 20 वर्षों से शोषण हो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित सर्वशिक्षा अभियान और मनरेगा के कर्मचारियों को भी रेगुलर पे स्केल हिमाचल सरकार द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जो गंभीरता दिखाई है, उससे लगता है शीघ्र ही एनएचएम कर्मचारियों को राहत मिलेगी।