सहारा योजना से अनजान अर्की के लोग

By: Jan 21st, 2020 12:18 am

लंबी बीमारियों से ग्रसित लोगों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता का नहीं उठा सके लाभ

अर्की –अर्की क्षेत्र में सहारा योजना से अनजान लोग सरकार के द्वारा लंबी बीमारियों से ग्रसित लोगों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता से वंचित है। कारण है स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी मुहैया न करवाना। ज्ञात रहे कि सरकार के द्वारा कुछ गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों के आने जाने व अन्य छोटे-मोटे खर्चों के लिए  सहारा नामक एक योजना चलाई गई है, जिसको महामहिम राज्यपाल हिमाचल प्रदेश द्वारा लोकार्पित किया गया, जिसके तहत हर वो व्यक्ति, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर है को इस योजना से कुछ आर्थिक लाभ मिल सके। साथ ही इस योजना  के तहत मिलने वाली 2000 रुपए की राशि बीमारी से पीडि़त व्यक्ति यानी डायरेक्ट बेनिफिशर के अकाउंट में आरटीजीएस, एनईएफटी के जरिए पहुंचाए जाएंगे, ताकि पीडि़त व्यक्ति को कुछ आर्थिक राहत प्राप्त हो। ज्ञात रहे कि सरकार के अनुसार यह 2000 रुपए की मासिक सहायता केवल सात गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को मिलनी है। जैसे पार्किसोनिज्म, कैंसर, पैरालिसीस, मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी, हीमोफीलिया, थेलेसिमिया व क्रोनिक रेनल फेलियर आदि है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों को इस योजना के लाभ के लिए बीमार व्यक्ति को बीमारी सत्यापन के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट मेडिकल ट्रीटमेंट या हिस्ट्री, डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट यदि मिल सके तो परमानेंट रेसिडेंस प्रूफ, फोटो आईकार्ड, आधारकार्ड, वोटर आईडी कार्ड व अन्य सत्यापित प्रूफ, बीपीएल सर्टिफिकेट, इन्कम सर्टिफिकेट, जीवित होने का प्रमाणपत्र व मरीज की बैंक डिटेल जैसे नाम, बैंक, ब्रांच, अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड आदि आवश्यक है। इस योजना का लाभ उस पीडि़त व्यक्ति को मिलेगा, जो बीपीएल में हो या न हो, लेकिन उसकी वार्षिक आमदनी चार लाख से ज्यादा न हो चाहे व इस योजना का लाभ उस व्यक्ति एवं उस पर आश्रित पत्नी, बच्चों के लिए भी है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों के योजना से मिलने वाले  लाभ के लिए स्थानीय आशा वर्कर, फी-मेल तथा हैल्थ वर्कर पीडि़त व्यक्ति की डॉक्यूमेंट पूर्ण करने में सहायता करेंगे व सभी डॉक्यूमेंट पूर्ण करने के पश्चात बीएमओ को दिए जाएंगे ताकि वह  लाभार्थी को शीघ्र योजना का लाभ पहंुचाने के लिए उन डॉक्यूमेंट को सीएमओ कार्यालय तक रजिस्ट्रेशन, वेरिफिकेशन व मिलने वाली आर्थिक सहायता के लिए भेजे  ताकि एग्जामिनेशन मेडिकल बोर्ड जांच कर पीडि़त को योजना का लाभ दिलवा सके। इस बारे में डा. राधा शर्मा बीएमओ अर्की ने कहा कि हमारे पास प्रचार-प्रसार व लोगों को इस योजना के बारे में शिक्षित करने के लिए कोई फंड नहीं आया है। इसके लिए प्रदेश स्तर से पंफलेट आएंगे, जो कि अभी तक नहीं आए हैं व हम आशा वर्कर को इस कार्य के लिए प्रेशराइज नहीं कर सकते वह स्वतंत्र कार्य करती हैं। कुछ आशा वर्कर ने लगभग 250 लोगों के कागज सबमिट करवाए थे, जिनमें से 50-60 लोगों के कागज पूर्ण पाए गए। उन्हें आगामी कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App