हर हलके में एक्सीलेंस स्कूल

प्रदेश भर में सुविधा; मैरिट पर मिलेगा छात्रों को दाखिला, सरकार ने विधायकों से मांगे सुझाव

शिमला – शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार एक नई योजना लेकर आई है। हिमाचल में अब कालेज की तर्ज पर एक्सीलेंस स्कूल हर विधानसभा क्षेत्र में खोले जाएंगे। इससे पहले केवल कालेज को ही एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया था, लेकिन सरकारी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार के अनुसार हर विधानसभा क्षेत्र में एक स्कूल को एक्सीलेंस बनाया जाएगा। इसके लिए हिमाचल के सभी विधायकों को भी सहयोग की अपील की गई है। अपने-अपने क्षेत्र में विधायकों को एक्सीलेंस स्कूल के लिए जगह चयन करनी होगी। जगह चयन करने के बाद सरकार को प्रोपोजल भेजना होगा। राज्य सरकार ने सभी विधायकों को जल्द रिपोर्ट देने को कहा है, इसके साथ ही यह भी आदेश दिए हैं कि एक्सीलेंस स्कूल खोलने के लिए दूसरे सुझाव भी दिए जा सकते हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार इन स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम से भी छात्रों को पढ़ाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि एक्सीलेंस स्कूलों में छात्रों को प्राइवेट व कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर हर सुविधाएं दी जाएंगी। इन स्कूलों में कम फीस देकर छात्र पढ़ाई कर सकते हैं। हालांकि एक्सीलेंस स्कूलों में छात्रों के दाखिले मैरिट के आधार पर किए जाएंगे। बता दें कि सरकारी स्कूलों को पहली बार एक्सीलेंस स्कूलोंं का दर्जा दिया गया है। इससे पहले प्रदेश में मात्र एक मात्र शिक्षण संस्थान शिमला स्थित संजौली कालेज को एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा प्रयास

सरकार ने साफ किया है कि एक्सीलेंस स्कूल खोलने का प्रयास ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाए। बताया जा रहा है कि इन स्कूलों में छात्रों को पांचवीं कक्षा के बाद दाखिला देने के फैसले पर सरकार जल्द मुहर लगा सकती है। दरअसल एक्सीलेंस स्कूल बोर्डिंग स्कूल की तरह होंगे।