10 साल बाद अपने परिवार से मिला धीरज

पंचायत सचिव और ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास लाए रंग, उत्तर प्रदेश के एक मंदिर से लापता हुआ था मध्य प्रदेश का धीरज

पांवटा साहिब –उत्तर प्रदेश के एक मंदिर से लापता हुआ मध्य प्रदेश का धीरज 10 साल बाद अपने परिजनों से मिला। भटक कर हिमाचल के पांवटा साहिब पहुंचे धीरज को उसके परिजनों से मिलाने में बहराल पंचायत के ग्रामीण और पंचायत सचिव के अहम प्रयास रहे। पुलिस ने परिजनों को बुलाने और युवक को उनके हवाले करने का कार्य किया। जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश का मूल निवासी धीरज गुप्ता 10 साल पहले उत्तर प्रदेश में मां शारदा मंदिर में दर्शन के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ गया। वह भटक कर हिमाचल के पांवटा साहिब आ पहुंचा।धीरज पिछले कई वर्षों से यहां बहराल क्षेत्र के आसपास रह रहा था। हाल ही में बहराल पंचायत में कड़कती ठंड में कुछ ग्रामीण आग सेंक रहे थे तभी धीरज गुप्ता आग सेंकने वहां पहुंच गया। इस दौरान बहराल के ही स्थानीय निवासी पूर्ण चंद ने धीरज से उसके बारे में पूछा तो वह स्पष्ट तौर पर बता नहीं पाया। इस पर पूर्ण चंद ने उसे लिखित में बताने को कहा। धीरज ने लिखित में बताया कि उसका पूरा नाम पता धीरज गुप्ता पुत्र राम विशाल गुप्ता गांव भरंसवा थाना मंझनपुर जिला कौसाम्बी मध्य प्रदेश है। पूर्ण चंद ने पूरे मामले की जानकारी पंचायत सचिव विनोद ठाकुर को दी। विनोद ने तत्त्काल कार्रवाई करते हुए धीरज के बताए पते पर संपर्क किया। धीरज के परिजनों ने तत्त्काल उसे पहचान लिया। धीरज के भाई ओम प्रकाश ने बताया कि धीरज उत्तर प्रदेश के जिला मैहर के मां शारदा के दर्शन के समय खो गया था। सोमवार को धीरज का भाई ओम प्रकाश और जीजा राजेश कुमार उसे लेने के लिए पांवटा साहिब पहुंचे। आमने-सामने आते ही दोनों भाई अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए। धीरज के परिजनों ने विनोद और पूर्ण का आभार जताया।