15 दिन बाद भी आधा दर्जन गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप

संगड़ाह – नागरिक उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाली शिवपुर पंचायत सहित क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में हिमपात के 15 दिन बाद भी विद्युत बोर्ड लाइन रि-स्टोर नहीं कर सका। कई दिन विद्युत आपूर्ति ठप्प होने के मामले में तीन स्थानों पर पिछले सप्ताह विरोध प्रदर्शन होने तथा 16 जनवरी को एसडीएम संगड़ाह द्वारा अधिशाषी अभियंता राजगढ़ को सीआरपीसी 133 के तहत नोटिस जारी किए जाने का भी बिजली बोर्ड पर कोई असर होता नहीं दिखा। उक्त नोटिस के मुताबिक गत 20 जनवरी को हालांकि अधिशाषी अभियंता राजगढ़ को एसडीएम की अदालत में हाजिर होना था, मगर एसडीओ भी संबंधित अदालत में हाजिर नहीं हुए तथा कनिष्ठ अभियंता को भेजकर काम चलया गया। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कई दिन तक ठप रहने के मुद्दे पर इस उपमंडल के नौहराधार, हरिपुरधार व बड़ोल में ग्रामीण बोर्ड व सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर चुके हैं तथा इन तीनों जगहों पर लाइन गत सप्ताह ही रि-स्टोर हो गई थी। शिवपुर, चणकास, चमड़ा व शीया आदि गांव में गत सात जनवरी से बुधवार सायं खबर लिखे जाने तक अंधेरा कायम होने के लिए पंचायत प्रधान कंठी राम व अन्य ग्रामीणों ने विद्युत बोर्ड के प्रति रोष जताया। ग्रामीणों ने जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल न होने पर प्रदर्शन की भी चेतावनी दी। गुमान सिंह नामक ग्रामीण द्वारा इस बारे मंगलवार को मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत भी की जा चुकी है। विद्युत बोर्ड के कनिष्ठ अभियंता कपिल देव शर्मा ने कहा कि मंगलवार को हालांकि शिवपुर पंचायत की लाइन रि-स्टोर करने के कार्य के दौरान चणकास गांव में अचानक एक किलोमीटर लंबा स्पेन टूटने से बड़ा हादसा होते-होते बचा। उन्होंने कहा कि डेढ़ दर्जन ठेके के मजदूरों की मदद से शिवपुर गांव में बर्फ से क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत का काम लगभग पूरा हो चुका है। कनिष्ठ अभियंता के मुताबिक रात तक शिवपुर गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी हैं तथा क्षेत्र की छोटी-छोटी बस्तियों की लाइन की मरम्मत का काम भी अंतिम चरण में है। एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार ने कहा कि कई दिन से बिजली न होने से पब्लिक न्यूसेंस क्रिएट होने के मामले में अधिशाषी अभियंता राजगढ़ को सीआरपीसी 133 के तहत नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद उन्होंने फोन पर बर्फ से भारी नुकसान होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि उक्त अधिकारी द्वारा कनिष्ठ अभियंता को गत 20 जनवरी को निर्धारित तारीख पर पेश होने के लिए भेजा गया था।