26 पंचायतों को गुड न्यूज

बारह दिन बाद बहाल वजीर बावड़ी- निरमंड मार्ग, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

रामपुर बुशहर –आखिर बारह दिनों बाद वजीर-बावड़ी निरमंड मार्ग सभी वाहनों के लिए बहाल हो ही गया। लंबे इंतजार के बाद ही सही लेकिन निरमंड तहसील की 26 पंचायतों के हजारों ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, वहीं लोक निर्माण विभाग ने खासी मशक्कत के बाद इस मार्ग को बहाल तो कर दिया लेकिन मार्ग बहाली में विभाग को करीब सात लाख का नुकसान उठाना पड़ा है। गौर हो कि बीते दस जनवरी को पहाड़ी से भारी भ-ूस्खलन होने के चलते यह मार्ग अवरुद्ध हो गया था। हालांकि लोनिवि मार्ग बहाली के कार्य में जुट तो गया था, लेकिन पहाड़ी से लगातार हो रहे भू-स्खलन से इसमें दिक्कतें पेश आ रही थीं। विभाग की करीब बारह दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को सभी वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया गया।

 मार्ग ठप होने से यात्रियों पर पड़ता है आर्थिक बोझ

इस मार्ग से रोजाना निरमंड क्षेत्र की 26 पंचायतों के हजारों लोग लाभान्वित होते हैं। आउटर सिराज को रामपुर से जोड़ने वाली इस मुख्य सड़क के बंद होने से वाहनों को वाया दत्तनगर होकर रामपुर आना पड़ रहा है। जो समय के साथ-साथ लोगों की जेबों पर भी भारी पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक निरमंड से वजीर-बावड़ी होते हुए जहां यात्रियों को 34 रुपए किराया देना पड़ता है, वहीं वाया दत्तनगर होकर रामपुर के लिए यात्रियों को 21 रुपए अतिरिक्त यानी 55 रुपए अदा करना पड़ रहा है, ऐसे में गरीब तबके के लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ती है।

विभाग को खोजना होगा ठोस विकल्प

वजीर-बावड़ी-निरमंड सड़क पर भू-स्खलन की समस्या कोई नई नहीं है। बीते कई वर्षों से लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है। पिछले वर्ष भी पहाड़ी से लगातार भू-स्खलन से करीब दो माह तक उक्त मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद रहा था, वहीं पहाड़ी दरकने से इस मार्ग पर कई लोग भी अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में इस मार्ग से रोजाना सफर करने वाले हजारों यात्रियों की सुरक्षा व सुचारू सड़क सुविधा के लिए विभाग को ठोस कदम उठाने होंगे। करीब एक वर्ष पूर्व भू-वैज्ञानियों की टीम भी यहां पहुंची थी, लेकिन यह टीम भी समस्या के समाधान को लेकर कई उचित कार्य नहीं कर पाई।