अभी तक हिमाचल प्रदेश को भौगोलिक खंडों में नहीं बांटा है

By: Feb 19th, 2020 12:17 am

हिमाचली का भौगोलिक परिचय   भाग-9

हिमाचल प्रदेश को अभी तक अधिकृत भौगोलिक खंडों में नहीं बांटा गया है। प्रदेश की भौगोलिक विभिन्नताओं जैसे कि विभिन्न क्षेत्रों की समुद्रतल से विभिन्न असंतुलित ऊंचाई, जो 350 मीटर से 7000 मीटर तक उठती है, अति-असमान अंतर वाली पर्वत-शृांखलाओं , अति गर्म से सर्वदा बर्फ जमा रहने वाले क्षेत्रों की विद्यमानता, सांस्कृतिक भिन्नता, जलवायु की विभिन्नता आदि ऐसे पहलू हैं जिनके कारण ऐसा करना काफी कठिन कार्य है…

गतांक से आगे

प्रमुख हिमाचल पर्वत शृंखला और जॉसकर पर्वत शृंखला के बीच किन्नर कैलाश चोटी (6500 मीटर) में स्थित है। इस शृंखला की सभी चोटियां छह हजार मीटर से ऊंची हैं। हिमाचल की सबसे ऊंची पर्वत चोटी शिल्ला (7025 मीटर) तथा रिब्बो, फरगयोल (6791 मीटर) इसी पर्वत शृंखला में है। जॉसकर पर्वत शृंखला और प्रमुख हिमालय पर्वत शृंखला में अनेक हिम नदियां हैं। जैसे लाहौल में चंद्रा नदी को पुष्ट करने वाला ‘बड़ा शिगरी’ हिमदन 25 किलोमीटर लंबा है। कुल्लू में दुधोन और पार्वती हिमनद 15 किलोमीटर लंबा है। लाहौल में मुल्कीला और मियार हिमदन 12 किलोमीटर लंबा है, जो पार्वती नदी को पुष्ट करता है। इसके अलावा अनेक पांच से आठ किमी लंबे हिमनद हैं।

हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक खंड

हिमाचल प्रदेश को अभी तक अधिकृत भौगोलिक खंडों में नहीं बांटा गया है। प्रदेश की भौगोलिक विभिन्नताओं जैसे कि विभिन्न क्षेत्रों की समुद्रतल से विभिन्न असंतुलित ऊंचाई, जो 350 मीटर से 7000 मीटर तक उठती है, अति-असमान अंतर वाली पर्वत-शृंखलाओं , अति गर्म से सर्वदा बर्फ जमा रहने वाले क्षेत्रों की विद्यमानता, सांस्कृतिक भिन्नता, जलवायु की विभिन्नता आदि ऐसे पहलू हैं, जिनके कारण ऐसा करना काफी कठिन कार्य है। फिर भी विभिन्न भूगोलकारों द्वारा इस दिशा में किए गए प्रयत्नों के आधार पर हिमाचल प्रदेश को निम्न तीन प्राकृतिक खंड़ों में विभाजित किया जा सकता है ः-

निम्न हिमालय खंड:

 इसे शिवालिक या बाहरी हिमालय खंड भी कहा जा सकता है। इसमें हिमालय क्षेत्रों को शिवालिक की सारी शिवालिक तराई और बाहरी हिमालय में पड़ने वाले क्षेत्र शामिल किए जा सकते हैं। शिवालिक तराई में पड़ने वाले क्षेत्र ऊना, जसवां, हलूण, धामी, नालागढ़, क्यारदा दून को घाटियां, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा के पश्चिम भाग शामिल किए जा सकते हैं।

                   -क्रमशः


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