अरसे बाद खुला सौ करोड़ का दवा टेंडर

अस्पतालों में डब्ल्यूएचओ से मान्यता प्राप्त फर्में ही सप्लाई कर पाएंगी दवाएं

शिमला   – प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में काफी समय से अटक ा पड़ा सौ करोड़ का दवा टेंडर बुधवार को खुल गया। इसमें फाइनेशनल बिड ओपन हो गई है। लगभग 63 कंपनियों के आवेदन दवा टेंडर के लिए आए हैं, जिसमें बुधवार को सभी कंपनियों की विभिन्न दवाआें को लेकर फाइनेशनल बिड खोल दी गई। अब दो दिन बाद फैसला कर दिया जाएगा कि कौन सी कंपनी प्रदेश के अस्पतालों में दवाआें का आबंटन करेगी। गौर हो कि काफी समय के बाद ये टेंडर ओपन हो पाया है। खास बात यह भी है कि पहली बार डब्ल्यूएचओ की मान्यता की शर्त इसमें लगी है। यानी कि उसी कंपनी का दवा टेंडर फाइनल होगा, जो डब्ल्यूएचओ से मान्यता प्राप्त कंपनी है। टेंडर पर गौर करें तो स्वास्थ्य विभाग के सौ करोड़ का दवा टेंडर रद्द करने के मामले पर जनवरी में खूब हंगामा मचा था। जानकारी के मुताबिक कुछ फर्मों को आए रिवोक्ड ऑफ टेक्निकल बिड की सूचना दी गई, जिससे एक पल में ही विभाग में फोन की घंटिया बज गई कि आखिर अब ये बिड क्यों कैंसिल कर दी गई। इस पर विभाग के आला अफसरों ने कहा कि यह एक तकनीकी कारण है, 31 जनवरी को टेंडर फाइनल कर दिया जाएगा। अब सौ करोड़ के टेंडर रद्द होने की सूचना को लेकर खूब हंगामा मचा, जिससे माहौल काफी गरमा गया। इसके बाद अब फरवरी में टेंडर ओपन किया जा रहा है।  प्रदेश में दवा खरीददारी पर गौर करें, तो प्रदेश के अस्पतालों में दवा की गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े हो चुके हैं, जिसमें प्रदेश सरकार ने भी गंभीरता जाहिर करते हुए सरकारी सप्लाई में दवा गुणवत्ता देने के  निर्देश जारी किए हैं। इसे लेकर इस बार आयोजित दवा टेंडर को पारदर्शिता से करने के फरमान दिए गए हैं। अब दो दिन के बाद कितनी कंपनियों को दवाआें को लेकर टेंडर फाइनल हो पाते हैं, ये देखना है।