एसवीएम में घुंघरुओं की झनकार

शिवरात्रि मेला की शास्त्रीय संगीत-रंगमंच की पहली सांस्कृतिक संध्या में  बांधा समां

मंडी-अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि महोत्सव के दौरान पड्डल मैदान में जहां सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाता है, वहीं शिवरात्रि मेला कमेटी की ओर से शास्त्रीय संगीत, नृत्य, गायन व वादन के अलावा रंगमंच की विधा के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में भी निरंतर प्रयास किया जा रहा है, जिसके चलते एसवीएम स्कूल महाजन बाजार में अलग से शास्त्रीय एवं रंगमंच से जुड़ी विधाओं के कार्यक्रम शिवरात्रि मेला कमेटी की ओर से किए जाते हैं। उसी कड़ी में पहली सांस्कृतिक संध्या का आयोजन एसवीएम में किया गया, जिसमें शास्त्रीय गायन व वादन के अलावा नृत्य के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर सूचना एवं जन संपर्क विभाग की उपनिदेशक मंजुला मुरीद बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहीं। इस अवसर पर जिला भाषा एवं संस्कृति अधिकारी रेवती सैणी ने मुख्यातिथि को शाल भेंट कर सम्मानित किया। शिवरात्रि मेले की शास्त्रीय सांस्कृतिक संध्या में तपस नृत्य अकादमी के कलाकारों के घुंघरुओं की झनकार के साथ हारमोनियम और तबले की जुगलबंदी ने समां बांध दिया। तपस नृत्य अकादमी के संचालक लतेश कश्यप ने एकल एवं समूह नृत्य प्रस्तुत किए, जिसमें उनका साथ मीना ठाकुर व भावना ठाकुर ने दिया। वहीं प्रो. शुक्ला शर्मा, अनुपमा, पूर्णिमा और निशांत की स्वर लहरियों ने श्रोताओं को रसविभोर किया। इसके अलावा दीपक गौतम की सरोद, उमेश कुमार की सितार, विद्या सागर के तबला और भीष्म की बांसुरी की गूंज कानों में रस घोल गई।