कारखाने से छुड़ाए 16 बाल मजदूर

नालागढ़ के दवा उद्योग में काम कर रहे थे 13 लड़कियां और तीन लड़के, चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद से किए रेस्क्यू

बीबीएन – औद्योगिक कस्बे नालागढ़ के तहत एक दवा उद्योग से 16 बाल मजदूरों को चाइल्ड हेल्पलाइन की अगवाई में विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम ने मुक्त करवाया है। स्थानीय संस्था ने चाइल्ड हेल्पलाईन में शिकायत की थी कि नालागढ़ के एक दवा उद्योग में बाल श्रम नियमों की अवहेलना करते हुए बच्चों से काम करवाया जा रहा है। शिकायत के आधार पर चाइल्ड हेल्पलाइन की को-ऑर्डिनेटर ने श्रम विभाग, बाल कल्याण समिति, जिला बाल संरक्षण विभाग वे पुलिस के सहयोग से उद्योग में दबिश दी और 16 बच्चों को काम करते हुए पाया। इनमें 13 लड़कियां व तीन लड़के शामिल हैं, जिनका मेडिकल करवा दिया गया है और उम्र की वेरिफिकेशन करवाई जा रही है। जानकारी के मुताबिक चाइल्ड  हेल्प्लाइन के नंबर-1098 पर एंटी करप्शन नाम की संस्था ने नालागढ़ के चौकी वाला स्थित फार्मा उद्योग में नियमों को ताक पर रखकर बच्चों से बाल मजदूरी करवाए जाने की शिकायत की थी। छापामारी के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन की को-आर्डिनेटर अनिता शर्मा, श्रम निरीक्षक नालागढ़ अमित, बाल कल्याण समिति की सदस्य कृष्णा व अमन, जिला बाल संरक्षण विभाग के अधिकारी सहित पुलिस कर्मी टीम में शामिल रहे। टीम ने इन बाल मजदूरों को अपने साथ नालागढ़ अस्पताल लाया, जहां इनका मेडिकल करवाया गया। मेडिकल उपरांत इन बाल मजदूरों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सपुर्द किया गया, जो उन्हें माता पिता के आने तक बाल संरक्षण गृह में भेजेगी। चाइल्ड हेल्पलाइन की को-ऑर्डिनेटर अनिता शर्मा ने बताया कि ये बच्चे दवा कंपनी में दो से एक वर्ष से काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उद्योग प्रबंधन का कहना है कि सभी बच्चें कांट्रैक्टर की लेबर हैं। श्रम निरीक्षक नालागढ़ अमित ने बताया कि नालागढ़ के दवा उद्योग से 16 बच्चं पकड़े गए हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों की उम्र की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर बच्चों की उम्र कम निकलती है तो उद्योग को नोटिस जारी किया जाएगा और वहीं दोषी पाए जाने की सूरत में नियमानुसार कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।