केमिकल रिटेलर करें तो करें क्या

केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन का खामियाजा भुगत रहे कई रिटेलर, दो हजार से ज्यादा के लाइसेंस रद्द

शिमला – केंद्र सरकार की केमिकल रिटेलर के लिए लागू की गई नई गाइडलाइन का नतीजा स्नातक की डिग्री न करने वाले रिटेलर्स को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल शर्तें पूरी न करने पर हिमाचल में दो हजार से ज्यादा केमिकल रिटेलर्स के लाइसेंस रद्द हो गए हैं। ऐसे में यह रिटेलर अब पूरी तरह बेरोजगार भी हो गए हैं। बता दें कि भारत सरकार ने फैसला लिया था कि अब केमिकल बेचने वाले भी प्रशिक्षित होने चाहिए। यानी अब लाइसेंस उन्हीं रिटेलर्स को दिया जाएगा, जो अपनी पढ़ाई की योग्यता पूरी करते हैं। केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद कृषि विभाग ने सालों से कार्य कर रिटेलर्स को प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया है, वहीं 48 दिन की ट्रेनिंग के बाद इन रिटेलर्स के लाइसेंस दूसरी बार रिन्यू करवाए जाएंगे। फिलहाल पिछले साल 2000 से ज्यादा रिटेलर्स के लाइसेंस रद्द होने की वजह से बाकी रिटेलर्स को भी सरकार की ये शर्तें पूरी करना मजबूरी बन गई है। केमिकल बेचने के लिए केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन का मकसद यही है कि पेड़-पौधों को दिए जाने वाले केमिकल की मात्रा के बारे मे लोगों को जानकारी हो। वहीं, फसलों, पौधों को दी जाने वाली दवाई ज्यादा हानिकारक न हो, इसकी जानकारी हर रिटेलर को हो, इसी मकसद से स्पेशल ट्रेनिंग केमिकल रिटेलर्स को करवाई जा रही है। बता दें कि भारत सरकार की नई शर्त की वजह से देश के लाखों कीटनाशक विक्रेताओं पर रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं। नई गाइडलाइन्स के मुताबिक कीटनाशक बेचने का कार्य कर रहे विक्रेताओं को अब एक वर्ष डिप्लोमा करना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में दशकों से इस व्यापार से जुड़े बुजुर्गों को भी अब एक बार फिर स्कूली बच्चों की तरह पढ़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इतना ही नहीं इस कारोबार से जुड़ने वाले नए लोगों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को भी बीएससी कर दिया गया है। डिप्लोमा के लिए उन्हें कृषि विभाग के उपनिदेशक कार्यालयों में 48 रविवार तक कक्षाएं लगानी पड़ रही हैं। अहम यह है कि प्रोफेशनल केमिकल रिटेलर ही अब किसान व बागबानों को केमिकल देने से पहले जागरूक करेंगे। इस दौरान खराब पौधे में कौन सा कीटनाशक बेस्ट रहेगा, वहीं फसल को उपजाऊ बनाने के लिए कितनी मात्रा में खाद खेत में डालनी चाहिए, इस पर भी जागरूक किया जाएगा।

ट्रेंड हो चुके हैं 840 व्यापारी

खास बात यह है कि  हिमाचल में 840 केमिकल रिटेलर्स को यह प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके साथ ही अभी जिन रिटेलर्स को यह ट्रेनिंग दी गई है, उनका बैच भी बिठाया जा रहा है। फिलहाल केंद्र सरकार के आदेशों के बाद ये आदेश कृषि विभाग ने जारी कर दिए हैं कि अब फर्टिलाइजर बेचने वाला हर व्यक्ति एक डायरी रखे। उस डायरी में हर चीज नोट की जाए। रोज कितने फार्मर दुकान में आ रहे हैं, वहीं पौधे की किस बीमारी के लिए कौन सी दवाई दी गई, यह सब लिखना अनिवार्य है।