डबल होगी किसानों की आय

By: Feb 11th, 2020 12:03 am

धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में सीएम जयराम ठाकुर का दावा, दो साल में सामने होंगे नतीजे

धर्मशाला — सोमवार को यहां आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के दौरान मंच पर मौजूद सीएम जयराम ठाकुर, जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी जीका के प्रतिनिधि, कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय, शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी व अन्य

धर्मशाला  – प्रदेश के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी की जाएगी। इस उद्देश्य से राज्य सरकार किसान संगठनों और स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण, कृषि विविधिकरण योजनाओं को लागू करने और मूल्यवर्धन आदि पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को धर्मशाला में ‘फसल विविधिकरण का किसानों की आय और खाद्य सुरक्षा पर प्रभाव’ विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यशाला का आयोजन प्रदेश के कृषि विभाग ने किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के अधिकांश किसान लघु एवं सीमांत हैं। कृषि विभाग ने कृषि विविधिकरण के लिए पांच जिलों में जीका को एक ऋण परियोजना प्रस्तावित की है। इसके लिए फरवरी, 2011 में समझौता किया गया था, जिसकी कुल परियोजना लागत 321 करोड़ रुपए है और इसमें से 286 करोड़ रुपए के रूप में है। इस परियोजना को जीका के तकनीकी सहयोग परियोजना टीसीपी, के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिंचाई सुविधा प्राप्त होने और सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि से किसानों की आय बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना के अंतर्गत कृषि विविधिकरण योजना का कार्यान्वयन प्रगति पर है और अधिकांश स्थानों पर संग्रहण केंद्रों के निर्माण, सड़कों की पहुंच, सोलर पंपिंग प्रणाली, लघु सिंचाई सुविधाओं, पॉलीहाउस, केंचुआ खाद इकाइयों आदि का कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य शीघ्र ही पूरा किया जाएगा। कृषण विकास संस्थाएं बाड़बंदी और पानी के बिल लेने का कार्य कर रही हैं। प्रदेश सरकार ने 59 मंडियों का निर्माण किया है, जिससे किसानों को उनके उत्पादन के बेहतर दाम मिल सकें। मंडियों तक किसानों की पहुंच सुगम बनाने के लिए और मंडियों के निर्माण की आवश्यकता है और इन्हें राष्ट्रीय कृषि मार्केट से जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार ने इन परियोजनाओं में पॉलीहाउस उत्पादन को जोड़ा है, जिससे किसानों को गुणात्मक पौधे प्रदान किए जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीका परियोजना के 1104 करोड़ रुपए के दूसरे चरण को निधिकरण के लिए प्रस्तुत किया गया है, जो राज्य के सभी 12 जिलों में कार्यान्वित की जाएगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर कई स्मारिकाओं और प्रकाशनों का विमोचन किया। इसके अलावा कृषि विभाग के प्रधान सचिव आेंकार शर्मा ने कहा कि कृषि विविधिकरण की वास्तविक क्षमता जानने के लिए वर्ष 2007 से 2009 तक दो वर्ष के लिए अध्ययन किया गया, जिसे जीका ने सहयोग दिया। कृषि विभाग के निदेशक डा. आरके कौंडल ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। शहरी विकास एवं आवास मंत्री सरवीन चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, विधायक रवि धीमान एवं विशाल नेहरिया, हिमाचल प्रदेश फसल विविधिकरण प्रोत्साहन परियोजना जीका के मुख्य परियोजना सलाहकार डा. जेसी राणा और जीका के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।

जीका का रहेगा अहम रोल

कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि इस कार्यशाला के दौरान तीन तकनीकी सत्रों में उच्च और टिकाऊ उत्पादन प्रणाली के लिए जलवायु स्मार्ट विविध खेती, किसान संगठनों के माध्यम से किसानों का सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण, संयुक्त परिसंपत्ति प्रबंधन के लिए स्वयं सहायता समूह और फसलों के उत्पादन व उनके मंडीकरण के तालमेल की शृंखलाओं आदि पर महत्त्वपूर्ण चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी को संबल देने में कृषि क्षेत्र का महत्त्वपूर्ण योगदान है।

जापान से आए खास गेस्ट

जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी जीका के भारत में तैनात मुख्य प्रतिनिधि मात्सुओमोतो कात्सुओ समारोह में मुख्य विशिष्ट आतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि जीका हिमाचल सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तत्पर है, जिससे राज्य में जीका परियोजना को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा सके। मशरूम की एक नई किस्म शीटेक राज्य में प्रचलित की गई है, जिसकी अत्यधिक औषधीय और पौष्टिक गुणवत्ता है।

कोई रस्म नहीं है शीत प्रवास; जब भी बुलाया जाएगा, कांगड़ा आउंगा

धर्मशाला  – प्रदेश सरकार के शीतकालीन प्रवास के पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी बार-बार स्थगित होने के मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह शीतकालीन प्रवास को रस्म अदायगी नहीं मानते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा हिमाचल एक है, कांगड़ा में जितनी बार बुलाया जाएगा, वह आते रहेंगे।  हर बार कांगड़ा जिला के विकास की बात करेंगे। जिला कांगड़ा का विकास नहीं रुकेगा। सरकार इसके लिए काम करेगी। निचले हिमाचल के शीतकालीन प्रवास को बंद करने का उनकी सरकार का कोई इरादा नहीं है। सीएम ने कहा कि उनके कांगड़ा के शीतकालीन प्रवास का पहला चरण 12 से 15 फरवरी और दूसरा चरण 18 से 20 फरवरी तक होगा। बजट सत्र के दौरान भी वह कांगड़ा के प्रवास पर आएंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान पूरी सरकार के प्रचार में जाने संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में जयराम ने कहा कि दिल्ली चुनाव में चुनिंदा मंत्री और विधायक ही प्रचार करने के लिए गए थे।


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