दियोटसिद्ध में पहली बार होगी भक्तों की गिनती
प्रशासन की योजना; साल भर में बाबा के दर्शन को कितने श्रद्धालु पहुंचे, अब रहेगा पूरा रिकार्ड
हमीरपुर – उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालकनाथ मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की पहली बार गणना होगी। साल भर में कितने श्रद्धालुओं ने बाबा के दर पहुंचकर माथा टेका, इसका पूरा रिकार्ड अब मंदिर प्रशासन के पास होगा। साथ ही पुलिस भी इस आंकड़े को अपने पास रखेगी। अब तक दियोटसिद्ध पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का सालाना आंकड़ा अनुमानित ही रहा है। अनुमान है कि हर साल करीब 30 लाख श्रद्धालु बाबा बालकनाथ मंदिर पहुंचकर बाबा का आशीर्वाद लेते हैं। हालांकि उनका स्टीक आंकड़ा मंदिर प्रशासन के पास उपलब्ध नहीं होता है, लेकिन इस वर्ष से उनका सही आंकड़ा मौजूद रहेगा। श्रद्धलुओं की गणना के लिए मंदिर में हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की तेज नजर से होकर ही सभी श्रद्धालु गुजरेंगे। इससे गुजरने वाले हर श्रद्धालु की गणना सुनिश्चित की जाएगी। इससे पता चल जाएगा कि साल भर में बाबा बालकनाथ के दर कितने श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। फिलहाल इन चैत्र मेलों से योजना की शुरुआत की जा रही है। हैरानी की बात है कि अभी तक मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन के पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है, जिससे पुष्टि हो सके कि साल भर कितने श्रद्धालु मंदिर में बाबाजी के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। मंदिर प्रशासन हर साल लाखों श्रद्धालु मंदिर में आने की बात कहता है, लेकिन स्टीक आंकड़ा नहीं दे पाता है। चैत्र मेलों का आयोजन 13 मार्च से 14 अप्रैल तक हर साल किया जाता है, जिसके चलते पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रबंधों में जुट गई है। बता दें कि श्रद्धालुओं के साथ चढ़ावे का आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है। ऐसे में अब श्रद्धालुओं का स्टीक आंकड़ा रखने की योजना बनाई गई है। इसके लिए हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से भी श्रद्धालुओं की गणना की जाएगी।
एसपी कहते हैं
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि अभी तक यह आंकड़ा स्पष्ट नहीं है कि बाबा बालक नाथ मंदिर में इन मेलों के दौरान कितने श्रद्धालु आते हैं। इससे सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने में अनिश्चितता बनी रहती है। अब श्रद्धालुओं की गिनती की जाएगी, ताकि भविष्य में यहां पर सुरक्षा प्रबंधों के मद्देनजर निश्चित प्रबंध किए जा सकें।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App