नगर निगम को सीएम को लिखी पाती

लंबे समय से लटका पालमपुर का मामला, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पत्र लिखकर कार्रवाई करने का किया आग्रह

पालमपुर-बरसों से अधर में लटके पालमपुर को नगर निगम का दर्जा दिए जाने का मामला एक बार फिर बोतल के जिन्न की तरह बाहर निकला है। अबकी बार यह मामला पूर्व सांसद शांता कुमार के दर तक पहुंचा है और शांता कुमार ने बाकायदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई का आग्रह किया है।  पूर्व कांग्रेस सरकार के गठन के बाद छह शहरों का दर्जा बढ़ाए जाने का खाका खींचा गया था, जिनमें पालमपुर का नाम भी शामिल था। शहरी विकास मंत्रालय भी इस संदर्भ में कार्रवाई जारी होने की बात कहता रहा है। नगर निगमों के गठन का मामला पूर्व सरकार के समय में विचाराधीन रहा और इस संदर्भ में आपत्तियां आमंत्रित करने की प्रक्रिया को लेकर चर्चाएं भी सामने आई थीं। पूर्व में भाजपा सरकार के समय में इसे लेकर प्रयास शुरू किए गए थे और आसपास की करीब एक दर्जन पंचायतों को नगर परिषद के साथ जोड़े जाने का प्रारूप तैयार किया गया था। यह मसला राजनीतिक महत्त्वाकांक्षाओं में उलझता चला गया और पूर्व मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंच कर भी नगर परिषद का दर्जा नहीं बढ़ पाया।

कुछ ऐसा है पत्र का मजमून

भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि पालमपुर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा दिलवाने का मामला काफी समय से विचराधीन रहा है। कुछ समय पहले यह लगभग तय हो गया था कि पालमपुर को नगर निगम में परिवर्तित कर दिया जाएगा। निकटवर्ती पंचायतों में विकास के दृष्टिगत पालमपुर को नगर निगम का दर्जा दिए जाने को लेकर इनसाफ  संस्था के अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रवीण कुमार द्वारा की जा रही पैरवी का जिक्र करते हुए शांता कुमार ने इस मामले में गंभीरता से विचार करने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया है।