नड्डा के दियोली में असहाय बुजुर्गों को सहारा

राज्य सरकार की स्टेट लेवल कमेटी ने दी अप्रूवल; अब वित्तीय मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव, जल्द मिलेगी सुविधा

बिलासपुर –सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत राज्यसभा सांसद एवं वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा द्वारा गोद लिए गांव दयोली में निराश्रित बुजुर्गों को जीवन यापन का सहारा मिलेगा। राज्य सरकार से अंतरिम मंजूरी मिलने के बाद अब वित्तीय स्वीकृति के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को जाएगा। उस ओर से हरी झंडी मिलने के बाद बिलासपुर जिला में मानव सेवा ट्रस्ट की अनूठी पहल ओल्ड ऐज होम (वृद्धाश्रम) का दयोली में शुभारंभ होगा। इसमें 30 बुजुर्गों को एकसाथ रहने की सुविधा होगी। ट्रस्ट ने ओल्ड ऐज होम में मैनेजर, कुक, वालंटियर्स और योगा टीचर की तैनाती कर दी है। मानव सेवा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य प्रकाश चंद ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दयोली में किराए पर एक भवन लिया गया है। इस आवासीय वृद्धाश्रम में आने वाले (निराश्रित, बच्चों से अनबन के चलते अलग रहने के इच्छुक या फिर बेघर) बुजुर्गों की रजिस्ट्रेशन की जाएगी और खाना, पीना, रहना सब फ्री होगा।  उनकी देखभाल के लिए बाकायदा स्टाफ तैनात कर दिया गया है। हर हफ्ते बुजुर्गों को मेडिकल स्पेशलिस्ट द्वारा चैकअप किया जाएगा और योगा टीचर द्वारा उन्हें तंदुरुस्त रहने के लिए हर रोज योगाभ्यास करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बुजुर्गों को मनोरंजन के लिए भी खास इंतजाम किए जाएंगे। इसमें कैरमबोर्ड, चैस खेलकर समय बतियाने के अलावा मैग्जिन व अखबार पढ़ने के लिए उपलब्ध रहेंगे। समय-समय पर बुजुर्गों को प्रदेश व बाहरी राज्यों के नामी धार्मिक स्थलों की सैर भी करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि वृद्धाश्रम में जीवन यापन करने के लिए बुजुर्ग ट्रस्ट द्वारा तैनात किए गए कर्मचारियों से संपर्क कर सकते हैं। बुजुर्गों की हरसंभव सहायता की जाएगी। प्रकाश चंद के अनुसार दयोली गांव में डे-केयर सेंटर भी चल रहा है जहां पंजीकृत बुजुर्गों के लिए कई सहूलियतें दी गई हैं। दिन के समय बुजुर्ग डे केयर सेंटर में आकर चैस, कैरमबोर्ड खेलकर मनोरंजन करने के साथ ही अखबार व मैग्जीन पढ़कर समय व्यतीत करते हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर बुजुर्गों की हैल्थ चैकअप के लिए स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन भी किया जाता है। बुजुर्गों के बीपी और शुगर के अलावा ईसीजी टेस्ट फ्री होते हैं और यही नहीं, सेंटर में रजिस्टर्ड चलने फिरने में असमर्थ बुजुर्गों की घर-घर जाकर भी स्वास्थ्य जांच करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि ऐसे ही डे-केयर सेंटर मंडी जिला के सुंदरनगर और बिलासपुर शहर के डियारा सेक्टर में भी चल रहे हैं। इसके अलावा घुमारवीं शहर में अगले माह तक डे-केयर सेंटर खोल दिया जाएगा, जिसके लिए तय औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि मानव सेवा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य वर्तमान में पुलिस विभाग बिलासपुर में सेवारत हैं और पिछले कई सालों से समाजसेवा क्षेत्र से जुड़े हैं। उनके साथ 70 वालंटियर्स की टीम कार्यरत है। बुजुर्गों की जीवन पर्यंत सेवा भाव के साथ समाजसेवा क्षेत्र में उतरे प्रकाशचंद जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद के लिए पहुंचते हैं। वहीं, प्रकाशचंद ने बताया कि आने वाले समय में मानव सेवा ट्रस्ट की ओर से मोबाइल मेडिकेयर यूनिट शुरू की जाएंगी। इस बाबत योजना तैयार की जा रही है। इस यूनिट में डाक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ की टीम तैनात होगी और रजिस्टर्ड बुजुर्गों का घर-घर पहुंचकर हैल्थ चैकअप किया जाएगा। बीमारी की हालत में उपचार भी किया जाएगा।