नारे लगाते हुए बाहर गया विपक्ष

पंजाब विधानसभा में विभिन्न मुद्दों पर विरोधी दलों का वाकआउट, मजीठिया का नाम सुनते ही बिफरे अकाली

चंडीगढ़  – पंजाब विधानसभा में विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल ने वाकआउट किया। शून्यकाल के दौरान अकाली सदस्य बिक्रम मजीठिया ने स्वास्थ्य विभाग में पांच हजार गोलियां गायब होने तथा दो सौ करोड़ की ठगी के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिद्धू के तत्काल निलंबन की मांग की । इस पर श्री सिद्धू ने चिट्टे का मामला उठाया और कहा कि राज्य में चिट्टे (स्मैक)ने जवानी को तबाह कर दिया। मजीठिया का नाम सुनते ही अकाली सदस्य भड़क गए तथा नारेबाजी करते आसन के समीप आ गए। विस अध्यक्ष ने उन्हें अपनी सीटों पर जाकर अपनी बात रखने का आग्रह किया लेकिन वे शोर शराबा करते रहे और विरोध स्वरूप वाकआउट कर गए। दूसरी बार उन्होंने राज्यपाल अभिभाषण प्रस्ताव पर जवाब के दौरान पाइंट आफ आर्डर को लेकर वाकआउट किया । आम आदमी पार्टी ने भी दो बार वाकआउट किया। पहली बार उन्होंने उस समय वाकआउट किया जब आप सदस्य अमन अरोड़ा के कुछ प्राइवेट बिल को रद्द करने की बात विस अध्यक्ष ने कही । उन्होंने प्रेस लाउंज में पत्रकारों से कहा कि पार्टी शराब के बारे में प्राइवेट बिल लेकर आई लेकिन उनके बिल को रद्द कर दिया गया। राज्य में शराब माफिया को बढ़ावा दे रही है जिससे सबसे अधिक नुकसान हो रहा है। यह गोरखधंधा पिछली बादल सरकार की तरह जारी है । अरोड़ा ने कहा कि वे लोगों के बीच जाकर इन मुद्दों को उठायेंगे । शराब की तस्करी से जुड़े आरटीआई के दस्तावेज साथ लाये श्री अरोड़ा ने कहा कि राज्य में शराब की तस्करी जारी है और मुख्यमंत्री की शह पर यह धंधा चल रहा है । प्रतिपक्ष के नेता  हरपाल सिंह चीमा ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की ओर से कल सदन में डीजीपी दिनकर गुप्ता और मंत्री भारत भूषण आशु को दी गई क्लीनचिट्ट से पूरी तरह असहमत हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता की तरफ से पंचकूला में करतारपुर साहिब के बारे में दिया गया बयान यूं ही नहीं दिया गया था, यह देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के इशारे पर दिया गया बयान है। दिनकर गुप्ता की नियुक्ति भी केंद्र सरकार के दबाव में हुई है। डीजीपी और कैप्टन सिंह पूरी तरह भाजपा और आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं जो पंजाब और देश की एकता अखंडता और भाईचारे के लिए खतरा है। चीमा ने अंदेशा जताया कि कुछ एजेंसियां 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब में मौड़ बम धमाके की तर्ज पर अशांति फैला सकती हैं।  मौड़ बम धमाके में चार बच्चों समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी और उसके दोषी अब तक पकड़े नहीं गए। चीमा ने खाद्य मंत्री भारत भूषण आशु के मामले पर कहा कि पार्टी की लीगल विंग की टीम आशु से संबंधित मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएगी।